December 5, 2024

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पूर्व पार्षद द्वारा सरस बूथ की आड़ में की जा रही है चौथ वसूली

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शहर के हिरणमगरी क्षेत्र और नगर निगम के वार्ड 30 में एक पूर्व पार्षद द्वारा सरस बूथ संचालक के साथ ही क्षेत्र में ठेला लगाकर अपना व्यवसाय करने वालों से अवैध वसूली करने और रुपया नहीं देने पर इन गरीब लोगों के साथ मारपीट करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है, आशंका यह भी जताई जा रही है कि बूथ आवंटन में भी पूर्व पार्षद की संलिप्तता और घोटाले में बड़ी भूमिका हो सकती है, आखिरकार एक पूर्व पार्षद को एक ठेलावयवसाई के साथ मारपीट करने की जरूरत क्यों पड़ी, यह तो गनीमत रही कि मनसा मित्र मंडल के हाऊसिंग बोर्ड प्रमुख उस दौरान मॉर्निंग वॉक कर रहे थे जिनकी निगाह पड़ने पर उन्होंने बिच-बचाव कर इस गरीब युवक को बचा लिया, हैरानी उस समय और ज्यादा हुई जब यह युवक पूर्व पार्षद के खिलाफ थाने में मामला दर्ज़ पहुंचा तो अपने साथ प्रवीण मारवाड़ी नामक युवक को भी अपनी पैरवी करवाने के के लिए साथ लेकर पहुँच गया,,,,मनसा मित्र मंडल के संरक्षक तरुण भटनागर ने इस पूरे मामले को लेकर बताया कि सरस बूथ के केबिन का आवंटन किसी जयश्री मेहता के नाम पर हुआ है लेकिन उसका इकरार पूर्व पार्षद रामेश्वर भट्ट द्वारा किया गया है, तरुण बी भट्नागरब ने पूर्व पार्षद रामेश्वर भट्ट पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भट्ट ने निगम में अपनी पहुँच और पहचान के चलते संसाधनों का दुरुपयोग करते हुए अपने करीबियों और चहेतों के नाम पर कई बूथ आवंटन कराए हैं, जिसे वह किराए पर देकर अपनी जेब भर रहे हैं, वहीँ यह बात भी सामने आई है कि बूथ की आड़ में चाय सब्जी एवं फल वालों से भी वसूली का कार्य पूर्व पार्षद द्वारा किया जा रहा है, वार्ड 30 में रामेश्वर भट्ट द्वारा जिस व्यक्ति को बूथ किराए पर दिया गया है उसका नाम धर्म सिंह चुंडावत है जिसको लेकर उसके परिजनो का कहना है कि रामेश्वर भट्ट द्वारा उनसे हर महीने 4000 रुपये बूथ का किराया लिया जाता है जिसकी सुरक्षा और एडवांस राशि के तौर पर 60 हज़ार रुपये भी जमा कराएं गए है, लेकिन फल-सब्जी ठेले वालों ने अलग से किराया देने से मना कर दिया तो पूर्व पार्षद और उनके पुत्र ने मारपीट की, इस दौरान मनसा मित्र मंडल के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे तो मामला एक बड़े घपले के रूप में सामने आया, रामेश्वर भट्ट द्वारा जो इकरारनामा किया गया उसमें बिल एवज के तौर पर परिसर किराए की शर्त रखी, जबकि बिल नियमित तौर पर बूथ संचालक धर्म सिंह चुंडावत द्वारा भरा जा रहा है, इसमें एक बात यह भी है कि बिल के निर्धारण की राशि तय नहीं की जा सकती है क्योंकि वह खपत पर निकलती है, अगर ऐसा है तो फिर किस आधार पर 4000 मासिक किराया वसूला जा रहा है ? मनसा मित्र मंडल ने प्रशासन से मांग की है कि रामेश्वर भट्ट के चहेतो के जो बूथ आवंटित हुए हैं उसकी जांच की जाए साथ ही अन्य ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई की जाए जिन्होंने राज्य सरकार की इस योजना का दुरुपयोग किया है, ऐसे बूथ माफियाओं की पूरी जांच करते हुए दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जाए ताकि वास्तविक लाभार्थियों को ही ऐसी योजनाओं का लाभ मिल सके

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