सरकार और समाज के साथ कदमताल करतीं केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल – डॉ अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)

भारतीय राजनीति में कुछ अपवादों को छोड़ दें तो अक्सर मंत्रियों को उनके मंत्रालय तक ही…

मध्यप्रदेश पॉवर मैनेजमेंट से अदाणी पॉवर को 1600 मेगावाट क्षमता का एलओए प्राप्त हुआ

अहमदाबाद, 11 सितम्बर, 2025: देश की सबसे बड़ी निजी थर्मल पॉवर कंपनी, अदाणी पॉवर लिमिटेड (एपीएल)…

नाएशा और मारिया राष्ट्रीय मुक्केबाज़ी में करेंगी प्रतिनिधित्व

महेंद्रगढ़ ( हरियाणा) में शुरू हो रही सी बी एस ई राष्ट्रीय मुक्केबाज़ी प्रतियोगिता में सेंट…

पलक गुर्जर का प्रि नेशनल शूटिंग चैम्पियनशिप में चयन

राजस्थान स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप क्वालीफ़ाई करके पिस्टल इवेंट में पलक ने प्री नेशनल चैंपियनशिप में स्वयं…

स्व. प्रियंका पाल की प्रथम पुण्यतिथि पर शहर में 5 स्थानों पर फल व भोजन वितरण

उदयपुर। पालन पोषण प्राणी सेवा संस्थान की संस्थापिका, अधिवक्ता एवं समाजसेवी स्वर्गीय प्रियंका पाल सिंह की…

स्व. प्रियंका पाल की प्रथम पुण्यतिथि पर शहर में 5 स्थानों पर फल व भोजन वितरण

उदयपुर। पालन पोषण प्राणी सेवा संस्थान की संस्थापिका, अधिवक्ता एवं समाजसेवी स्वर्गीय प्रियंका पाल सिंह की…

ट्रेण्ड्स ऑफ ट्रांसफोर्मेशन इन ऑन्कोलॉजी तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन शुरू, कार टी सैल थेरेपी, सेलुलर उपचारों की जटिलताओं और नवाचारों पर हुआ मंथन

उदयपुर,22 अगस्त। कैंसर उपचार के क्षेत्र में हो रहे क्रांतिकारी बदलावों को लेकर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय…

उदयपुर में आयोजित होने वाली वेदांता जिंक सिटी हाफ मैराथन में 30 दिन शेष, धावकों में उत्साह

उदयपुर, 21 अगस्त 2025। विश्व की सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी, हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड द्वारा जिं़क सिटी उदयपुर में आयोजित होने वाली वेदांता जिं़क सिटी हाफ मैराथन के दूसरे सरंस्करण में अब 30 दिन शेष है, मैराथन को लेकर देश विदेश के धावकों में उत्साह है। 21 सितंबर 2025 को राजस्थान के उदयपुर में आयोजित होने वाला यह आयोजन पिछले साल अपनी शानदार सफलता के बाद एक बार फिर दुनिया भर के धावकों और मैराथन दौड़ने वालों को फतेह सागर झील और अरावली पहाड़ियों के चारों और अविस्मरणीय दौड़ का अनुभव करने के लिए आमंत्रित करता है। इस वर्ष, वेदांता जिं़क सिटी हाफ मैराथन केवल फिटनेस के बारे में नहीं, बल्कि समुदाय, समावेशिता और उद्देश्य को लेकर आयोजित की जा रही है। प्रतिस्पर्धी दौड़ के साथ-साथ, इस आयोजन में बहुचर्चित रेस विद चैंपियंस भी शामिल होगा, जहाँ दिव्यांग बच्चे एक समर्पित दौड़ में भाग लेंगे। हिन्दुस्तान जिंक़ इस मैराथन के माध्यम से नंदघर परियोजना के रन फार जीरो हंगर अभियान में भी सहयोग करेगा जो कि कुपोषण को दूर करने हेतु केंद्रित है। यह मैराथन एक ऐसा मंच है जहाँ प्रत्येक प्रतिभागी मैराथन में सहभागिता एवं अभियान में सहयोग कर लोगों को स्वस्थ और मजबूत समाज हेतु प्रोत्साहित कर सकता है। मैराथन की तैयारी के तहत् हिन्दुस्तान जिं़क कॉर्पोरेट्स, गैर सरकारी संगठनों और रनिंग समूहों के साथ इसमें अधिक से अधिक प्रतिभागिता हेतु प्रयासरत है। विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को एक साथ लाकर, मैराथन का उद्देश्य सार्थक साझेदारियों को बढ़ावा देना है। दौड के बारंे में हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा कि, वेदांता जिं़क सिटी हाफ मैराथन स्वस्थ समुदायों के निर्माण और सामूहिक प्रगति को प्रेरित करने वाले अवसर प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। पिछले साल मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया के बाद, हम समावेशिता और सामुदायिक जुड़ाव के एक बड़े दृष्टिकोण के साथ भारत की सबसे खूबसूरत मैराथन को वापस लाकर रोमांचित हैं। हम 21 सितंबर को सभी क्षेत्रों के धावकों का उदयपुर के अनोखे आकर्षण और भावना का अनुभव करने के लिए स्वागत करते हैं। इस दौ़ड़ में प्रतिभागिता हेतु हिन्दुस्तान जिं़क पूरे देश से धावकों को उदयपुर आमंत्रित करता है, जो विश्व के मैराथन धावकों के लिए एक प्रमुख गंतव्य है। मैराथन का यह सीजन वेदांता जिंक सिटी हाफ मैराथन से शुरू होगा, इसके बाद अक्टूबर में वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन और दिसंबर में जयपुर में वेदांता पिंक सिटी हाफ मैराथन के साथ समाप्त होगा। वेदांता जिंक सिटी हाफ मैराथन के लिए पंजीकरण करने और भारत की सबसे खूबसूरत मैराथन में भाग लेने के लिए, कृपया इस लिंक पर जाएं https://www.townscript.com/e/vedanta-zinc-city-half-marathon-2025

घुमन्तु समाज को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए जरुरी केंद्र व राज्य सरकारों की इच्छाशक्ति – डॉ अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)

भारत की सांस्कृतिक विविधता में घुमंतू समाज एक अनमोल रत्न की तरह है, जो अपनी अनूठी…

हिन्दुस्तान जिंक के निदेशक मंडल ने भारत के पहले जिंक टेलिंग्स रीप्रोसेसिंग प्लांट को दी मंजूरी, सस्टेनेबल ग्रोथ को मिलेगा बढ़ावा

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के रामपुरा आगुचा में लगेगा अपनी तरह का पहला टेलिंग्स रीप्रोसेसिंग प्लांट उदयपुर 18 अगस्त, 2025। वेदांता समूह की कंपनी और विश्व की सबसे बड़ी एकीकृत जिं़क उत्पादक, हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड को राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के रामपुरा आगुचा में देश के अपनी तरह के पहले जिंक टेलिंग्स रीप्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना को कंपनी के निदेशक मंडल ने मंजूरी दे दी है। यह बड़ा कदम कंपनी की अपनी उत्पादन क्षमता को दोगुना करने की योजना के तहत उठाया गया है। 10 मिलियन टन प्रति वर्ष  क्षमता वाले इस नए संयंत्र का विकास 3,823 करोड़ रूपयें के निवेश से किया जाएगा और इसे अगले 28 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह पहले से संसाधित टेलिंग्स से जस्ता और चांदी जैसी धातुओं को निकालेगी, जो खनिज निष्कर्षण के बाद बचे हुए बारीक पिसे हुए अवशेष होते हैं, और जो कभी अपशिष्ट माने जाते थे उन्हें एक मूल्यवान संसाधन में बदलेेगी। रामपुरा आगुचा खदान में टेलिंग्स का रीप्रोसेसिंग कर, हिन्दुस्तान जिं़क पारंपरिक गीले टेलिंग्स निपटान से जुड़े प्रभाव को कम कम करने के लिए तैयार है। यह पहल बेहतर सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देगी और सर्कुलर इकोनाॅमी में महत्वपूर्ण योगदान देगी। इस पहल पर हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा कि, हमें रामपुरा अगुचा में भारत का पहला टेलिंग्स रीप्रोसेसिंग प्लांट शुरू करने पर गर्व है, जिसे वैश्विक विशेषज्ञों के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है। यह सुविधा हमें पुराने अपशिष्ट का रिप्रोसेसिंग करने और उसे उच्च पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप जिम्मेदारी से संग्रहीत करने में सक्षम बनाती है। यह हमारे अद्वितीय मूल्य प्रस्ताव को मजबूत करता है और हमारी व्यापक सस्टेनेबल प्रतिबद्धताओं को आगे बढ़ाते हुए हमारे महत्वाकांक्षी दोगुना विकास दृष्टिकोण में सहायक है। आधुनिक टेलिंग संचालन तकनीकी प्रगति और ऊर्जा परिवर्तन के लिए महत्वपूर्ण धातुओं की विस्तृत श्रृंखला में नवाचार और पुनर्प्राप्ति के अवसर भी हैं। हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड का मुख्यालय उदयपुर में है, राजस्थान और उत्तराखंड राज्यों में जिंक, लेड और चाँदी की भूमिगत खदान और स्मेल्टर का संचालन करती है। इस वर्ष की शुरुआत में, बोर्ड ने कंपनी की उत्पादन क्षमता को दोगुना करने के उद्देश्य से निवेश के पहले चरण को मंजूरी दी थी। इन योजनाओं में लगभग 12,000 करोड़ के निवेश से परिष्कृत धातु क्षमता को 250 किलोटन प्रति वर्ष तक बढ़ाना और विभिन्न स्थानों पर खदानों और मिलिंग के इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करना शामिल है। ये विस्तार अगले पाँच से दस वर्षों में भारत में जिं़क की मांग के दोगुने होने के अनुमान के अनुरूप हैं, जो इंफ्रास्ट्रक्चर और स्टील सेक्टर में बड़े निवेश से प्रेरित है। एक सूचीबद्ध कंपनी के रूप में, हिन्दुस्तान जिं़क स्वतंत्र शासन और पारदर्शी सस्टेनेबल रिपोर्टिंग को बढ़ावा देती है। इंटरनेशनल एनवायरमेंटल रिस्पोन्सिबिलिटी प्रोग्राम ने कंपनी के टेलिंग प्रबंधन, डीकार्बोनाइजेशन, सर्कुलर इकोनॉमी पहलों और विविधता, समानता और समावेशन में नेतृत्व को मान्यता दी है। सस्टेनेबल संचालन में अग्रणी कंपनी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करते हुए, हिन्दुस्तान जिं़क को लगातार दूसरे वर्ष 2024 में एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट द्वारा विश्व की सबसे सस्टेनेबल मेटल और माइनिंग कंपनी का दर्जा दिया गया। अपने 2030 के सतत लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु, कंपनी 2050 तक या उससे पहले नेट जीरो उत्सर्जन प्राप्त करने की दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ, जलवायु कार्रवाई, जैव विविधता, जल संरक्षण, चक्रीयता और समावेशी विकास को आगे बढ़ा रही है। उल्लेखनीय रूप से, हिन्दुस्तान जिं़क विज्ञान आधारित लक्ष्य पहल द्वारा प्रमाणित 1.5 डिग्री सेल्सियस संरेखित उत्सर्जन लक्ष्य हासिल करने वाली पहली भारतीय मेटल और माइनिंग कंपनी बन गई, जिसने 2020 के आधार रेखा की तुलना में वित्त वर्ष 25 में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन तीव्रता में 15 प्रतिशत की कमी हासिल की, और साथ ही उत्पादन को बढ़ावा दिया। 2024 में, हिन्दुस्तान जिं़क ने रिन्यूएबल एनर्जी के उपयोग से उत्पादित एशिया का पहला कम कार्बन वाला ग्रीन जिंक, इकोजेन, लॉन्च किया और पारदर्शिता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करने के लिए एक पर्यावरण उत्पाद घोषणा, ईपीडी सत्यापित जिंक पोर्टफोलियो पेश किया। इंटरनेशनल काॅन्सिल आॅन माइनिंग एण्ड मेटल्स के भारत के प्रथम सदस्य के रूप में, कंपनी उत्तरदायी खनन में नए मानक स्थापित कर रही है और एक स्थायी एवं नैतिक संसाधन …