बनिये नहीं होते तो प्रताप भी नहीं होते – जातिवादी मानसिकता से ग्रसित भाजपाई !
1 min readगर बनिए नहीं होते तो महाराणा प्रताप भी नहीं होते,,,,आज तक ब्राह्मणों ने उदयपुर में भारतीय जनता पार्टी को दिया क्या है, सिर्फ लिया ही लिया है, यह आपको हम नहीं कह रहे है, यह कहना है भाजपा के एक स्थानीय नेता का जिसने एक बार नहीं कई बार अपनी हरकतों से सुर्ख़ियों में रहते हुए अलग-अलग विवादों को जन्म दिया, भाजपा के इस स्थानीय नेता को इतना गुरुर् है कि अब यह उनसे भी दो कदम आगे बढ़ गए है जिन भाई साहब का आशीर्वाद इनके सर पर हमेशा रहा है, इस बार तो इस विवादित भाजपाई ने वीर शिरोमणि महारणा प्रताप को ही नहीं अपनी ही पार्टी के कई ब्राह्मणों नेताओं को भी अपशब्द कहे है, जी हाँ इस भाजपा नेता का नाम है सुशील जैन, जो कभी गोली मार कर किसी को उड़ा देने की धमकी देता है तो कभी सरेआम धमाल चौकड़ी करने से भी बाज नहीं आता,,,,सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे एक वीडियो ने सुशील जैन को एक बार सुर्ख़ियों में ला दिया है, और इस बार जैन ने अपनी पार्टी के किसी नेता या विरोधी पार्टी के नेता को नहीं बल्कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए यहाँ तक कहने की हिमाकत कर दी कि अगर बनिए नहीं होते तो महाराणा प्रताप भी नहीं होते, और उन्हें माल कौन देता ? शायद सुशील जैन यह भूल गया कि महारणा प्रताप को किसी एक समाज का नहीं बल्कि सर्वसमाज का समर्थन प्राप्त था, जिसका उदाहरण हमने इतिहास के पन्नों में भी पढ़ा है और जाना है, हकीम खां सूरी और भीलू राणा के प्रताप के प्रति त्याग और बलिदान भला सुशील जैन कैसे और क्यों भूल गया, यह शायद भाई साहब की सरपरस्ती का असर ही हो सकता है,,,,इस वायरल वीडियो में सुशील जैन अपनी ही पार्टी के कई ब्राह्मण नेताओं को भी कटघरे में खड़ा करते हुए उनकी पार्टी के प्रति आस्था को गहरी ठेस पहुंचा रहा है,,,सुशिल जैन इस वीडियो में भारतीय जनता पार्टी के उन ब्राह्मण नेताओ की समर्पण भावना और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा को भी ठेस पहुंचा रहा है जिनहोने इस पार्टी के लिए अपना बहुत कुछ न्यौछावर कर दिया,,जब वायरल वीडियो में दिख रहे गोपाल नागर उनसे कहते है कि ब्राह्मणों के पास है ही क्या जो दे, तो इस पर सुशील जैन ने तपाक से कहा कि हाँ वो तो सिर्फ लेने के लिए है
उदयपुर शहर भाजपा के जिलामंत्री और भाजपा के कार्यालय मंत्री सुशिल जैन ने किस तरह अन्य भाजपाईयों की तरह महाराणा प्रताप का अपमान किया, वह अगर अपने पूर्वज भामाशाह का अनुसरण करते या उनके बारे में थोड़ी भी जानकारी रखते तो कभी यह बात उनके जुबान पर नहीं आती जो कहकर उन्होंने ना सिर्फ प्रताप का बल्कि भामाशाह की कर्तव्य निष्ठां का भी अपमान किया है,,,वहीँ ब्राह्मण समाज के लिए जिस तरह से अनर्गल टिपण्णी सुशिल जैन ने की है उसे भी मर्यादित नहीं कहा जा सकता
कितनी वाहियाद बात है, जैन ने इस बातचीत को आपसी मजाक बताया, हद है, मजाक भी वीर शिरोमणि प्रताप की, मजाक भी ब्राह्मण समाज की, प्रताप सिर्फ मेवाड़ ही नहीं देश और दुनिया में पूजे जाते है, महारणा प्रताप के आगे ना कोई जाति है ना कोई धर्म और ना ही कोई मज़हब उनसे बड़ा हो सकता है, क्योंकि उन्होंने हर जाती और धर्म की रक्षा करते हुए अकबर की सेना से लोहा लिया, जिन्होंने राज-पाठ छोड़ते हुए अपने परिवार सहित जंगलों में रहना स्वीकार कर लिया, लेकिन कभी किसी की अधीनता और गुलामी स्वीकार नहीं की, अब बात करते है जैन द्वारा निशाने पर लिए गए ब्राह्मण समाज की इस समाज ने मेवाड़ को बहुत कुछ दिया है और कई ऐसे बड़े नाम है जो तमाम पार्टियों संगठनों में रहे है और आज भी प्रतिनिधित्त्व कर रहे है,,,इस वायरल वीडियो के बाद आप सोच सकते है कि सुशील जैन किस तरह जातिवादी मानसिकता से ग्रसित है, आखिर जैन इन ब्राह्मण नेताओं के भाजपा के प्रति त्याग, बलिदान और समर्पण भावना को कैसे भूल गए, जैन यह भी भूल गए कि वर्तमान में भी उनकी पार्टी के उदयपुर शहर जिलाध्यक्ष रविंद्र श्रीमाली ही है जो ब्राह्मण समाज से आते है,,,खैर, उदयपुर न्यूज़ ने इस वायरल वीडियो में जो देखा उसकी सच्चाई को आप तक पहुँचने का प्रयास किया है,,, आप अपनी प्रतिक्रया देकर बताये कि जैन ने कितनी बड़ी गलती करदी