भाजपा के स्नेहभोज के बांसी खाने को खाने से आधा दर्जन गायों की हुई मौत
1 min readदेश में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचण्ड बहुमत लाकर यह साबित कर दिया कि जनादेश ने फिर से मोदी राज को पसंद किया है। इसी कड़ी में जो भी जीते हुए सांसद है वह जगह जगह जाकर कार्यकर्ता अभिनंदन समारोह और स्नेहभोज आयोजित कर रहे हैं। जाहिर सी बात है जब स्नेहभोज आयोजित होगा वह भी जीती हुई पार्टी का तो संख्या भी हजारों में ही होगी।
लेकिन गत 8 जून को मावली विधानसभा के क्षेत्र के बोयणा गांव में हुए स्नेहभोज के बाद आयोजकों ने बचे हुए खाने को स्कूल के पास ही डाल दिया। भरी गर्मी में खाना सड़ता रहा और 9 जून को इस सड़ांध मारते खाने को गांव में चरने के लिए निकली बेजुबान गायों ने खा लिया। सड़ांध मारते खाने में को खाने से आधा दर्जन गायों की तो मौत हो गई जबकि कुछ गाएं अभी भी मरने की स्थिति में। गायों के मरने के हादसे को बोयणा के ही किसी पशु प्रेमी ने सोशल मीड़िया पर डाल दिया तो बाहुबली भाजपाई बोयणा सरपंच गंगा कुंवर के पति जीवन सिंह बोयणा ने उसे धमकी देते हुए पोस्ट हटवा दी।
इस जय मां दुर्गा युवाम बोयणा व्हाट्स एप्प ग्रुप में सभी को धमकाते हुए कहा कि इस के नेता कहां गायब हो गए। काउ के नेता बिल में गुस गए किया । न्यूज वाले को बोल रहे है यह आवाज किसकी है बताओ इसके बाद जीवन सिंह राव ने अब शब्दो का प्रयोग भी किया जो हम चेनल की गरीमा देखते हुए नहीं बता सकते है। लेकिन इन सबके बीच एक बात तो साफ हो गई हैं कि भले ही देश में मोदी सरकार को जनता ने अपनी मर्जी से चुना है लेकिन जीवन सिंह जैसे तथाकथित नेताओं ने इसे अपनी बपौती समझ लिया है। जनता और पशु प्रेमियों को धमकाने से क्या हो जाएगा, गायों की मौत की जिम्मेदारी इन्हें लेनी चाहिए थी। जननेता बनने के लिए जनता के दिलों में जगह बनानी पड़ती है न की उन्हें धमकी देने से। हालाकि स्नेह भोज में लोकप्रिय सांसद सीपी जोशी और विधायक धर्मनारायण जोशी सहित भाजपा के कई दिग्गजों ने शिरकत करते हुए कार्यकताओं का अभिनंदन किया होगा। लेकिन जीवन सिंह के इस कृत्य के बाद उनकी प्रतिष्ठा पर सवालियां निशान खड़ा हो गया है।