सायरा थानाधिकारी सहित पुलिसकर्मियों पर लगे मारपीट के आरोप
1 min readजिले के सायरा थानाधिकारी सहित वहां के जवानों पर मारपीट के संघीन आरोप बुधवार को लगे है। दरअसल बुधवार को अपनी पीड़ा लिए कि आए दो युवकों ने जिला पुलिस अधीक्षक कैलाश चंद्र विश्नोई के समक्ष पेश होकर थानाधिकारी यशवंत सोलंकी सहित थाने के चार सिपाहियों पर थाने में जबरदस्त मारपीट के आरोप लगाए है वहीं दरोगा जी ने सभी आरोपों को सिरे से खारीज करते हुए कहा है कि दोनो ही लोकसेवकों को अपना काम करने में बाधा उत्पन्न कर रहे थे, थाने में कोई मारपीट नहीं हुई थी। आपको बता देकि गत 25 मई को थाना क्षेत्र पलासमा में रहने वाले खेमगिरी और नानूगिरी को गवाह समंद के तहत सिपाही फतहसिंह लेने आया था। इस दौरान दोनो पीड़ितो और सिपाही में भारी बहस हो गई। इस पर फतहसिंह ने फोन करके थाने का जाब्ता बुला लिया। दोनो युवकों ने आरोप लगाया कि जाब्ता इनकों पलासमा से ही पीटता पीटता थाने ले गया, जहां तैनात यषवंत सोलंकी ने पट्टे और लातों घूसों से बुरी तहर धुनाई कर दी। इस मारपीट में नानूगिरी का हाथ फैक्चर हो गया और खेम गिरी कुल्हे पर आज भी पट्टे की मार की निशान मौजुद है। दोनो ही पीड़ितों ने जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायत की है साथ ही माननीय न्यायालय के समक्ष पेश होकर मामला दर्ज करने की अपील भी की है। वहीं दरोग यशवंत सोलंकी से जब हमारे सहयोगी रामसिंह ने बात की तो उन्होंने थाने में पिटाई के आरोपों को खारीज करते हुए कहा कि इनके खिलाफ संबंद था और यह लोग लोकसेवक को अपने काम में बाधा उत्पन्न कर रहे थे, किसी के साथ कोई मारपीट नहीं हुई है। खाकी ने कानून के दायरे में रहकर ही कार्रवाई की है।