उदयपुर में युवाओं ने पेश की कौमी एकता की मिसाल,बुजुर्ग महिला की आखिरी सांस तक की सेवा
1 min readरिपोर्ट – फैज़ान – ए – मोईन
भारत एक ऐसा देश है जहां सर्व समाज भाईचारे के साथ रहते है। सभी धर्मों के लोग एक दूसरे के दुख सुख में सहभागी बनते है। सभी धर्मों के लोगों को साथ में मिलजुल कर त्यौहार मनाते और सुख में साथी बनते तो आप सब ने देखा ही होगा। लेकिन आज उदयपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है।
जिसमे एक हिंदू महिला के दुख में मुस्लिम समाज ने सहयोग किया है। उदयपुर के सज्जन नगर में 35 वर्ष पूर्व एक हिंदू महिला बंगाल से उदयपुर अपने पति के साथ रहने आई थी। और उस दौरान पूरी कॉलोनी में अधिकतर मकान मुस्लिम समाज के ही थे ।
महिला के पति और एक पुत्र की कुछ वर्ष पहले बीमारी से मृत्यु हो गई थी । जिसके बाद ये महिला अकेली ही अपने घर में रह रही थी। कुछ समय पहले महिला की भी बीमारी के चलते हालत नाजुक होने लगी तो पड़ोसी मुश्ताक अहमद और मोहम्मद शरीफ ने महिला को हॉस्पिटल में भर्ती कराया और उनकी पूरी देखभाल अपनी माँ की तरह की । इसी बीच इन लोगों ने महिला के बंगाल में रहने वाले रिश्तेदारों को भी सूचित कर दिया था ।
रिश्तेदार उदयपुर पहुंचते उससे पहले ही महिला की मृत्यु हो गई थी और मुस्लिम समाज के लोगों के शव को मोर्चरी में शिफ्ट करा कर अंतिम संस्कार की पूरी तैयारी कर ली थी। जिसके बाद महिला के परिजन भी बंगाल से उदयपुर पहुंच गए। इस मौके पर भाजपा नेता इरशाद चैनवाला भी मोर्चरी पहुंचे और उन्होंने सभी परिवार जन को सांत्वना दी और शव परिजनों को दिलवाया।