May 15, 2025

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गौरव भंडारी की चतुर्थ पुण्यतिथि पर मदार में गौरव जल मंदिर का उद्घाटनउदयपुर 6 मई। स्वर्गीय गौरव भंडारी की चतुर्थ...

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हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ग्रामीण विकास एवं सामुदायिक विकास पहल राजकीय विद्यालयों में इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार और आवश्यक सुविधाएं प्रदान कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सुरक्षित, समावेशी और सक्षम शिक्षण वातावरण बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, हिन्दुस्तान जिं़क ने देबारी क्षेत्र में कक्षा कक्षों का निर्माण और जीर्णोद्धार किया है, बालिकाओं के लिए अलग से शौचालय और चयनित स्कूलों में प्रार्थना शेड का निर्माण किया हैं। इसी कड़ी में जिं़क स्मेल्टर देबारी के आस पास के तीन विद्यालयों राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, गडवा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, उदयसागर और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (बालिका), देबारी में हैंडओवर एवं उद्घाटन समारोह आयोजित किये। जिसमें स्कूल प्रबंधन समिति, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, सरपंच और उप-सरपंच सहित प्रमुख सामुदायिक प्रतिनिधियों और जिंक स्मेल्टर देबारी के प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति में दो कक्षा कक्षों और एक विद्यालय में जीर्णोद्धार का उद्घाटन किया गया। इससे 800 से अधिक छात्र छात्राएं लाभान्वित होगें जो स्थानीय शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। भविष्य के लिए तैयार शिक्षा की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम के रूप में, हिन्दुस्तान जिंक ने तीन राजकीय विद्यालयों  में एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) प्रयोगशालाओं की स्थापना भी की है। यह क्षेत्र में हिन्दुस्तान जिंक के सीएसआर कार्यक्रम के तहत् की गयी पहल है, जिसे छात्रों को उन्नत तकनीकी उपकरणों से परिचित कराने और नवाचार-संचालित शिक्षण दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है। हिन्दुस्तान जिंक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच को सक्षम करने और अगली पीढ़ी को सफल होने के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर और अवसरों के साथ सशक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य, पेयजल, कृषि, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण के लिए अन्य कार्यक्रम संचालित कर रहा है।

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फिक्की एफएलओ जयपुर की 60 महिला प्रतिनिधियों ने हिंदुस्तान जिंक की रामपुरा आगुचा माइन में 850 मीटर नीचे जा कर खनन क्षेत्र की नवीन तकनीक को देखा फिक्की एफएलओ जयपुर की 60 महिला प्रतिनिधियों ने वेदांता समूह की कंपनी हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड की विश्व में सबसे बड़ी जिंक उत्पादक खदानों में से एक रामपुरा आगुचा माइन का दौरा कर माइनिंग की नवीन तकनीक और नवाचारों को देखा। तीन दिवसीय इस दौरे में प्रतिदिन 20 महिलाओं ने माइन में 850 मीटर नीचे हिन्दुस्तान जिं़क की रामपुरा आगुचा माइन का अनुभव लिया जो कि बुर्ज खलीफा की ऊंचाई से भी गहरी है। समूह एलआईडीएआर  तकनीक से चलने वाले रिमोट कंट्रोल लोडर को देखा जिसे सतह से 1000 मीटर से भी ज्यादा गहराई से चलाया जा सकता है। इससे सुरक्षा और उत्पादन दोनों बढ़ते हैं। उन्होंने आईओटी से चलने वाले ऐसे सिस्टम भी देखे जो मशीनों के खराब होने का पहले से पता लगा लेते हैं और उन्हें रोकते हैं। साथ ही एआई तकनीक से चलने वाले सुरक्षा निगरानी सिस्टम भी देखे, जो सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करते हैं। शाफ्ट वाइंडर चलाने के लिए वर्चुअल रियलिटी सिम्युलेटर का प्रदर्शन भी किया गया, जिससे हिन्दुस्तान जिं़क की सुरक्षित और अच्छी ट्रेनिंग देने की गंभीरता की जानकारी मिलती है। इसके अलावा, महिलाओं के इस समूह ने सतह से ही चलने वाले रिमोट कंट्रोल ड्रिलिंग ऑपरेशन को भी देखा। यह दौरा फिक्की एफएलओ जयपुर चैप्टर की 2025-26 की थीम - हेरिटेज, हेल्थ और हार्मोनी को पूरी तरह से दर्शाता है। इस थीम के तहत् परंपरा को नई सोच के साथ जोड़ना और महिलाओं को उन क्षेत्रों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना जहाँ आमतौर पर महिला नेतृत्व कम दिखता है शामिल करना है। इस दौरान खनन के विकास, मशीनों के इस्तेमाल और औद्योगिक क्षेत्रों में महिलाओं की बढ़ती भूमिका पर महत्वपूर्ण विचार साझा किये गए।  महिलाओं ने गहराई से जाना कि आधुनिक खनन कैसे सस्टेनेबल हो सकता है, उसमें नवाचार लाने के साथ साथ यह समुदाय को कैसे मजबूत कर सकता है। रामपुरा आगुचा में इस अनुभव से न केवल उन्हें माइनिंग की जानकारी मिली, बल्कि प्रेरणा भी मिली। इससे यह विश्वास और मजबूत हुआ कि महिलाएं बड़े उद्योगों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। यह कार्यक्रम समावेशी विकास, समुदाय की भागीदारी और अनुभव से सीखने को बढ़ावा देने के लिए हिन्दुस्तान जिं़क के सतत् प्रयासों का हिस्सा है।

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इंडिया सिल्वर कॉन्फ्रेंस 2025 में हिन्दुस्तान जिं़क देश की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड सिल्वर मैन्यूफैक्चरर कंपनी के रूप में सम्मानित हिन्दुस्तान जिं़क ने 30 किलोग्राम और 1 किलोग्राम सिल्वर बार्स के साथ अपने विविध सिल्वर पोर्टफोलियो को किया प्रदर्शित वेदांता द्वारा अधिग्रहण के बाद, हिन्दुस्तान जिं़क के सिल्वर उत्पादन में 20 गुना वृद्धि नई दिल्ली, 29 अप्रैल 2025।  भारत की एकमात्र और विश्व में शीर्ष पांच सिल्वर उत्पादकों में से एक हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड को राजस्थान के उदयपुर में आयोजित इंडिया सिल्वर कॉन्फ्रेंस 2025 के तीसरे संस्करण में भारत की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड सिल्वर मैन्यूफैक्चरर कंपनी 2024 के प्रतिष्ठित खिताब से सम्मानित किया गया। यह सम्मान हिन्दुस्तान जिं़क जिंक के रणनीतिक फोकस और परिचालन उत्कृष्टता का प्रमाण है, जो कंपनी को क्लीन एनर्जी ट्राजिंशन को बढ़ावा देने वाली इस कीमती धातु की बढ़ती मांग को पूरा करने में सक्षम बनाता है। सम्मान प्राप्त करने के साथ-साथ, कंपनी की प्रदर्शनी में लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन द्वारा प्रमाणित 99.99 प्रतिशत शुद्धता वाले 30 किलोग्राम और 1 किलोग्राम चांदी के बार शामिल थे, साथ ही गैलेना का प्रदर्शन भी किया गया। यह वह अयस्क है जिससे चांदी का उत्पादन होता है, जिसे कंपनी की राजस्थान में सिंदेसर खुर्द खदान से प्राप्त किया जाता है। सिंदेसर खुर्द खदान को विश्व में शीर्ष पाँच चांदी उत्पादक खदानों में से एक होने का गौरव प्राप्त है। सम्मेलन की शुरुआत हिन्दुस्तान जिं़क के सीईओ अरुण मिश्रा के उद्बोधन से हुई, जिसमें मांग की मजबूती और भविष्य की रणनीतियों पर उच्च-क्षमता हेतु विचार-विमर्श के बारे में बात की गयी। चांदी, एक प्रमुख एनर्जी ट्राजिंशन मेटल है, जो सौलर एनर्जी और हाई एण्ड इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नैनोटेक्नोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, आभूषण और चांदी के बर्तनों तक उद्योगों के व्यापक स्पेक्ट्रम में अपरिहार्य है। बेहतर कंडक्टिवीटी और एंटीमाइक्रोबियल विशेषताओं के साथ, चांदी सौर फोटोवोल्टिक्स, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, मेडिकल डायग्नोस्टिक्स और स्मार्ट उपभोक्ता उपकरणों तक फैली अगली पीढ़ी की तकनीकों के केंद्र में है। हिन्दुस्तान जिं़क इस बढ़ती वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए तैयार है। 2002 में सरकार द्वारा कंपनी के विनिवेश और उसके बाद वेदांता द्वारा अधिग्रहण के बाद से, कंपनी ने चांदी के उत्पादन में 20 गुना की अभूतपूर्व वृद्धि हासिल की है, जो कि भारत के सबसे सफल विनिवेश में से एक है। वेदांता के अधिग्रहण से पहले, हिन्दुस्तान जिं़क बहुत कम मात्रा में चांदी का उत्पादन कर रहा था और भारत मुख्य रूप से चांदी के लिए आयात पर निर्भर था। काॅन्फ्रेन्स में हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा कि, “हिन्दुस्तान जिंक में, हम चांदी के उत्पादन में वैश्विक अग्रणी होने पर बहुत गर्व महसूस करते हैं। हमारी रणनीतिक स्थिति से हम इस बहुमुखी धातु की बढ़ती मांग को पूरा करने में सक्षम है। चांदी की कीमतों के ऐतिहासिक ऊंचाइयों को छूने के साथ, यह मेटल क्लीन एनर्जी ट्राजिंशन में एक महत्वपूर्ण प्रवर्तक के रूप में उभरी है। उत्तराखंड में हमारी पंतनगर इकाई में रिफाइंड हमारी चांदी 100 प्रतिशत रिन्यूएबल एनर्जी के उपयोग से उत्पादित की जाती है, जो सस्टेनेबल और जिम्मेदार उत्पादन के लिए हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है।” इस वर्ष काॅन्फ्रेंस में उद्योग के प्रतिनिधियों और हितधारकों ने चांदी के पारिस्थितिकी तंत्र को आकार देने वाली विकसित वृहद आर्थिक धाराओं पर विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम में पैनल चर्चा में हिन्दुस्तान जिं़क के चीफ मार्केटिंग एण्ड सेल्स आॅफिसर विजय मूर्ति ने महत्वपूर्ण क्षेत्रों में चांदी की बढ़ती प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। हिन्दुस्तान जिं़क के पेवेलियन की थीम एट द कोर आफॅ द क्लीन एनर्जी थी। यह कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था जहां अभिनव प्रस्तुति के लिए सभी ने उसे सराहा। खासतौर पर इमर्सिव 3डी अनुभव बूथ जिसने भीलवाड़ा, राजस्थान में विश्व के सबसे बड़े अंडरग्राउण्ड जिं़क माइनिंग और चित्तौड़गढ़, राजस्थान में दुनिया की सबसे लेड जिं़क स्मेल्टर का वर्चुअल ट्यूर कराया। हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा उत्पादित 30 किलोग्राम और 1 किलोग्राम चांदी बार के साथ-साथ चांदी का पाउडर उपलब्ध है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित और उच्चतम वैश्विक मानकों का पालन करता हैं। कंपनी के पंतनगर मेटल प्लांट को लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन द्वारा जिम्मेदार सिल्वर गाइडेंस फ्रेमवर्क के तहत मान्यता प्राप्त है, जो नैतिक सोर्सिंग, उन्नत उत्पादन तकनीकों और एक स्थायी मूल्य श्रृंखला के लिए हिन्दुस्तान जिं़क की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। चांदी उत्पादन में विश्व की अग्रणी कंपनियों में से एक होने के साथ-साथ, हिन्दुस्तान जिं़क अपनी सस्टेनेबल प्रथाओं के लिए भी प्रमुख पहचान रखता है। एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2024 द्वारा विश्व की सबसे सस्टेनेबल मेटल और माइनिंग कंपनी के रूप में मान्यता प्राप्त, हिन्दुस्तान जिं़क ने पर्यावरण और सामाजिक प्रबंधन के लिए उद्योग के मानक स्थापित किए हैं। वेदांता समूह की कंपनी हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड विश्व की सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक है और वैश्विक स्तर पर शीर्ष 5 चांदी उत्पादकों में से एक है। कंपनी 40 से अधिक देशों को आपूर्ति करती है और भारत में प्राथमिक जिंक बाजार में लगभग 77 प्रतिशत हिस्सेदारी रखती है। कंपनी ने इकोजेन भी लॉन्च किया, जो एशिया का पहला कम कार्बन ग्रीन जिंक ब्रांड है, जिसे रिन्यूएबल एनर्जी से उत्पादित किया जाता है। हिन्दुस्तान जिं़क प्रमाणित 2.41 गुना वाटर-पॉजिटिव कंपनी भी है और 2050 या उससे पहले नेट जीरो उत्सर्जन हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। एनर्जी ट्राजिंशन मेटल कंपनी के रूप में, हिन्दुस्तान जिं़क सस्टेनेबल भविष्य के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण धातुएं प्रदान कर रहा है।

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