13 साल बाद फिर से राजधानी को दहलाने की साजिश नाकाम हो गई चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा में बुधवार रात को नाकाबंदी में पकड़े गए रतलाम के तीन आतंकियों से करीब 12 किलो विस्फोटक को टाइमर बरामद किए गए। पूछताछ में पता चला है कि तीनों ही आतंकवादी कट्टरपंथी संगठन सुफा से जुड़े हैं और जिन का सरगना असजद के कहने पर जयपुर में 3 ब्लास्ट करने की योजना थी। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि तीनों को निंबाहेड़ा में बम बना कर दूसरी गैंग को देना था लेकिन में पकड़े गए। साथ ही इस मामले में आरोपियों के पांच सहयोगियों को भी हिरासत में लिया गया है जिनमें से तीन टोंक और चित्तौड़गढ़ के जबकि दो रतलाम के हैं। नाकाबंदी में पकड़े गए आतंकियों ने वहां पर तैनात एसएचओ तुलसीराम और हेड कांस्टेबल सुंदर पाल समेत अन्य को छोड़ने के लिए 20 लाख का ऑफर भी दिया था। नाकाबंदी में पुलिसकर्मी ने एक आतंकी की दिल की धड़कन पर हाथ रखा तो वह तेजी से धड़क रही थी जिस पर पुलिस को शक हुआ तो ने पकड़कर थाने ले गई और इस मामले का खुलासा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सैफुल्ला ,अल्तमस और जुबेर नाम के तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है। जिनसे पूछताछ जारी है। सूत्रों के अनुसार आरोपियों के घर पर बुलडोजर भी चलाया गया। जांच में सामने आया है कि विस्फोटक रतलाम निवासी आमीन के घर पर रखा हुआ था जो सुफा संगठन के अध्यक्ष असजद के कहने पर आमीन के घर में रखे विस्फोटक लेकर तीनों आतंकी रतलाम से निंबाहेड़ा जा रहे थे और जयपुर से करीब 10 किलोमीटर पहले जमीन में छिपाने की साजिश थी। इस मामले को लेकर एटीएस ,एनआईए और आईबी के अफसर दूसरे पहलुओं पर भी जांच कर रहे है।