रसूखदार के आगे नतमस्तक कानून के रखवाले , कोर्ट के स्टे के बावजूद बन गई दुकान
1 min readरिपोर्ट – रोबिन गौड़
देश में कानून और न्याय व्यवस्था को लेकर निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक स्थापित है। लेकिन हर बार रसूख के चलते कोर्ट के आदेश की अवमानना की जाती है। इससे पूर्व भी उदयपुर न्यूज़ ने कई बार कोर्ट के आदेश की अवमानना की खबरे प्रसारित की है। ऐसा एक मामला शहर के घंटाघर के सिंघटवाडियो की सेहरी में कोर्ट के स्टे के बावजूद धड्ड्ले से निर्माण चल रहा है और प्रार्थी परिवार थाने के चक्कर काट रहा है लेकिन सुनवाई नहीं हो रहे है।
शहर के सिंघटवाडियो की सेहरी में रहने वाले महेश सोनी के अन्य परिवारजनों ने मुकेश सोनी को घर के बीच बने शामलाती चौक के तीन बाथरूम बेच दिए लेकिन महेश सोनी ने अपने हक़ की जमीन नहीं बेचीं। लेकिन मुकेश सोनी ने बाथरूम को तुड़वाकर शामलाती चौक की जमीन पर कब्ज़ा कर दुकान बना दी। जिसका महेश सोनी और उनकी पत्नी कुसुम ने विरोध किया। मुकेश सोनी और उनकी पत्नी सोनिका ने गली गलोच की।
जिस पर महेश सोनी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो कोर्ट ने अंतरिम आदेश तक यथा स्थिति बनाए रखने के आदेश दिए। लेकिन उसके बाद भी दुकान नाम निर्माण लगातार जारी है। इसके बाद कोर्ट इस मामले को लेकर जब उदयपुर न्यूज़ की मौके पर पहुंची तो ग्रीन नेट लगाकर धड्ड्ले से निर्माण किया जा रहा था और जब उनसे कोर्ट के स्टे से बात की तो उन्होंने कहा कि कोर्ट का स्टे है। लेकिन फिर भी काम जारी रहेगा। मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता !
मेरा रसूख बहुत बड़ा है। इसके बाद जब घंटाघर थाने को सूचित किया तो थाने से भी कोई कार्यवाही नहीं हुई वरन प्रार्थी पक्ष को पुलिसकर्मियो ने धमकाया। अब देखना दिलचस्प होगा कि पीड़ित पक्ष को न्याय मिलता है या इस बार भी रसूख के चलते गरीब परिवार को दर दर भटकना पड़ेगा।