कभी विश्वगुरु कहलाने वाला भारत देश इन दिनों कुछ समस्याओं और विसंगतियों से जूझ रहा है। कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन पर ध्यान देकर देश के समृद्ध और वैभवशाली इतिहास को लौटाया जा सकता है। इसके लिए जरूरत है सरकारी स्तर पर कुछ ठोस, समसामयिक और कालजयी प्रयासों व निर्णयों की। यह विचार राष्ट्रसंत कमल मुनि ‘‘कमलेश’’ ने गुरुवार को सेक्टर – 5 स्थित महावीर भवन में आयोजित ‘‘प्रेसवार्ता’’ में व्यक्त किए। मुनिश्री ने सिलसिलेवार मुद्दे उठाते हुए सरकार से तत्काल उन पर कानून बनाने की मांग की। राष्ट्रसंत ने कहा कि देश में अगर एक ही दिन में नोटबंदी जैसा बड़ा फैसला लिया जा सकता है तो फिर गौमाता के संरक्षण के लिए गौरक्षा कानून एक दिन में क्यों नहीं बनाया जा सकता? देश में अगर मछली पालन व संरक्षण के लिए मछली मंत्रालय बनाया जा सकता है तो फिर ‘गौ मंत्रालय’ बनाने में दिक्कत क्या है? गौ संरक्षण के लिए प्राथमिकता के साथ पूरे देश में गौशालाओं का निर्माण करवाया जाना चाहिए। मुनिश्री ने गौचर भूमि पर हो रहे अतिक्रमण पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जो जमीन गौवंश के संरक्षण के लिए आरक्षित की गई थी, उस पर सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर जमकर अतिक्रमण किए जा रहे हैं। इसे रोका जाना चाहिए। इस मौके पर राष्ट्रसंत ने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा कि यदि रात 12 बजे आतंकवादियों के पक्ष को सुनने के लिए देश की सर्वोच्च अदालत के दरवाजे खोले जा सकते हैं तो फिर राम मंदिर मामले की सुनवाई रोज क्यों नहीं हो सकती ? राम मंदिर मुद्दे की दैनिक आधार पर सुनवाई होनी चाहिए। तारीख पर तारीख से अब काम नहीं चलने वाला है।