मार्बल नगरी राजसमन्द में इन दिनों खनन माफिया बेख़ौफ़ है और सरकारी मशीनरी कुम्भकर्णीय नींद में सोई हुई है। ऐसा ही एक मामला राजसमंद के केलवा के हिम्मतपुरा का सामने आया, जहां अवैध खनन रोकथाम के लिए प्रदेश में सरकार गठन के साथ कवायदे शुरू हो गई थी, मगर खान महकमे की सांठगांठ के चलते खुलेआम सफेद का काला कारोबार चल रहा है और काला धन संग्रहित हो रहा है। कुछ ऐसे ही हालात राजसमंद तहसील के केलवा पंचायत मुख्यालय पर राष्ट्रीय राजमार्ग आठ किनारे हो रहा है, जहां पर न सिर्फ चरागाह के पहाड़ का पैंदा निकाल दिया, बल्कि अब उसी पहाड़ी पर स्थित मंदिर भी खतरे में है। मंदिर के महंत ने अवैध खनन का विरोध किया, तो कतिपय लोगों ने महंत को भी डरा, धमका दिया, जिसके ऑडियो सोशल मीडिया पर हैं। पत्थर के काले कारोबार में खुलेआम काले धन का लेनदेन हो रहा है, मगर पंचायत, पुलिस व खान महकमा भी मौन साधे हुए हैं। कार्रवाई नहीं होने से प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है। यह खुलासा राजस्व व खान महकमे की मौका पर्चा रिपोर्ट से हुआ है।