Udaipur, 20th November 2023: Hindustan Zinc, a Vedanta Group company in Zinc, Lead & Silver business, has taken a significant...
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उदयपुर शहर विधानसभा सीट पर चुनावी बिसात बिछ चुकी है. राजनीतिक सरगर्मी तेज होने के साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी प्रोफेसर...
बुधवार को प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने सघन प्रचार अभियान चलाया. सबसे पहले वे वार्ड 2 और 6 पहुंचे. यहां उन्होंने...
उदयपुर शहर विधानसभा सीट पर 20 सालों से कांग्रेस को पराजय का सामना करना पड़ा। त्रिलोक पुर्बिया, दिनेष श्रीमाली और...
राजसमंद जिले के भीम से पूर्व विधायक एवं भाजपा प्रत्याशी हरि सिंह रावत की नामांकन रैली और जनसभा में कार्यकर्ताओं...
विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया का सिलसिला जारी है। शनिवार को वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र से तीसरे मोर्चे के रूप...
आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र उदयपुर जिले में अवैध हथियारों की धरपकड़ को लेकर चलाये जा रहे अभियान के तहत...
निंबाहेड़ा आगामी विधानसभा चुनाव में भयमुक्त व शान्ति पूर्ण मतदान के लिए मुस्तेद जिला पुलिस की कोतवाली निम्बाहेड़ा थाना पुलिस...
इंडो टर्की आर्ट सिम्पोजियम के अंतर्गत, मुंबई की क्यूरेटर और कलाकार रितु सिंह के संयोजन में टर्की के 14 कलाकारों...
स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने की दिशा में आगे बढ़ते हुए, हिंदुस्तान जिंक द्वारा सीएसआर कार्यक्रम स्वास्थ्य सेवा के तहत,ऑर्गन इंडिया के सहयोग से अपने आस पास के 5 जिलों में 6 स्थानों पर अंग दान जागरूकता सत्रों की श्रृंखला आयोजित की, जिसमें लगभग 2900 से अधिक लाभार्थी लाभान्वित हुए। ऑर्गन इंडिया के डॉ. सौरभ शर्मा ने लोगों को इंटरैक्टिव सत्र के माध्यम से अंग दान की आवश्यकता और महत्व के बारे में शिक्षित किया उन्होंने इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण मिथकों को भी दूर किया और राजस्थान से अंग प्रत्यारोपण के कई सफल उदाहरण प्रस्तुतकिये। सत्रों में अंग दान क्या है, अंगदान कौन कर सकता है, अंग दान का महत्व, इस पर कानून क्या कहता है, विषय से जुड़े मिथकऔर तथ्य तथा अंग और ऊतक दान की प्रतिज्ञा के बारें में जानकारी प्रदान की गयी।सत्र के अंत में, अंग दान पर एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गयी।लाभार्थियों के बीच अंग दान पर पुस्तिका, कॉमिक बुक और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न वितरित किए गए। सत्रों में चंदेरिया, आगूचा, दरीबा, जावर, कायड एवं देबारी के शिक्षा संबंल कार्यक्रम के राजकीय विद्यालयों छात्र, जिंक कौशल केंद्र के प्रशिक्षु, सखी स्वयं सहायाता समूहों की महिलाएं, जिंक फुटबॉल अकादमी के खिलाडी, समाधान परियोजना के किसान और जिंक चिकित्सालय के चिकित्सक सम्मिलित थे।