अखिल भारतीय महासभा, संभाग उदयपुर ने स्वामी विवेकानंद जयंती मनाई
1 min readसमाज को अध्यात्म की राह पर ले जाने में अनसूया भजन गंगा पुस्तक सार्थक: प्रो.माथुर
उदयपुर 12 जनवरी, कायस्थों के आदर्श व युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद ने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस के मिशन को देश विदेश में स्थापित कराया | वही शिकागो में उनका भाषण आज तक के श्रेष्ठ भाषणों में सर्वश्रेष्ठ रहा जिसने विश्व स्तर पर भारत की पहचान स्थापित की वह जिन के स्मरण मात्र से युवा शक्ति को ऊर्जा प्रदान होती है!
उक्त विचार इतिहासकार प्रोफेसर गिरीश नाथ माथुर ने स्वामी विवेकानंद जयंती पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा संभाग उदयपुर व जिला शाखा, उदयपुर सेक्टर तीन स्थित विवेकानंद पार्क में आयोजित समाज को अध्यात्म की राह पर ले जाने में सार्थक श्रीमती अनसूया राय द्वारा भक्ति रस पर आधारित 268 स्वरचित भजनो पर रचित जोधपुर के शिक्षा विद विद्या सागर राय द्वारा उनकी स्मृति में प्रकाशित हुई अनसूया भजन गंगा नामक पुस्तक का विमोचन कर स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए मुख्य अतिथि पद से व्यक्त किए!
महासभा के राष्ट्रीय सचिव गौरी शंकर भटनागर ने स्वामी विवेकानंद के जीवन आदर्शों को प्रेरणास्पद बताया |
महासभा के संभाग अध्यक्ष डॉ मनोज भटनागर ने युवा दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए स्वामी विवेकानंद के योगदान का स्मरण कराया!
वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतीश भटनागर ने स्वामी विवेकानंद के जीवन परिचय विषयक पत्र का वाचन किया!
इस अवसर पर शिरीष नाथ माथुर,कुणाल श्रीवास्तव, अनुराधा माथुर, मनोज चौहान, आर.पी. सक्सैना, गुलाब सिंह सक्सेना, मनोहर लाल माथुर, डॉ एस.के. भटनागर, विष्णु भटनागर, मनोहर नारायण भटनागर आदि ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की |