आचार्य वैराग्यनंदी महाराज संसंघ 21 पिच्छी के साथ शनिवार सुबह भीलवाड़ा शहर में मंगल प्रवेश किया। रेलवे फाटक पर सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा आचार्य की अगवानी की गई। अगवानी के बाद आचार्य शास्त्रीनगर मेन सेक्टर स्थित दिगंबर जैन मंदिर पहुंचे और मंदिर परिसर में प्रवचन दिए। आचार्य वैराग्यनंदी ने कहा की धर्म के मार्ग पर चलने से ही जीवन सफल होगा। अधर्म के रास्ते पर चलने वाले व्यक्ति का कभी कल्याण नहीं होता है। ऐसा व्यक्ति अपने साथ-साथ पूरे परिवार के लिए घातक साबित होता है। श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर के अध्यक्ष प्रवीण चौधरी ने बताया कि इससे पूर्व शनिवार सुबह आचार्य श्री ने बापूनगर स्थित पदमप्रभु दिगंबर जैन मंदिर में मुनि शुभमसागर, सक्षम सागर व आर्यिका चिन्मयी माता द्वारा अगवानी की गई। शास्त्रीनगर मंदिर में पाद प्रक्षालन नंदलाल सुरेश कुमार कोठारी परिवार ने किया। शास्त्रीनगर मंदिर में धर्मसभा को संबोधित करने के बाद आचार्य श्री की आहारचर्या हुई इसके बाद आचार्य ससंघ आमलियों की बारी मंदिर में दर्शन करते हुए कोटड़ी प्रस्थान के लिए निकले।