हिस्ट्रीशीटर सिल्वेस्टर, सींखचों के अंदर !
1 min readशहर के सबसे रिहायशी इलाके में आधी रात को फायर करने वाला यह शख्स एक हार्डकोर अपराधी है जिसका नाम सिल्वेस्टर उर्फ़ दीपू,,,उम्र करीब 35 साल,,,वजन यही कोई 70 किलो,,,,लेकिन पुलिस की पूरी जमात पर भारी,,,,इस बार तो यह बदमाश पिस्टल लेकर एक वकील के घर रात के स्याह अँधेरे में पहुँच गया और गोलियां चला दी,,सिल्वेस्टर की दहशत से यह परिवार इतना काँप गया कि किसी को भी कुछ नहीं कहा,,,लेकिन पेशे से अधिवक्ता होने के चलते उदयपुर की कोर्ट में यह बात पहुँच गई, अधिवक्ता के घर पर हुई फायरिंग से सभी अधिवक्ताओं में भारी रोष व्याप्त हो गया और वे सभी अपनी शिकायत दर्ज़ करवाने पहुँच गए भूपालपुरा थाने, लेकिन इस गुंडे का खौफ और गोलियों की आवाज परिवार के जेहन से नहीं जा रही थी, और यही वजह रही कि यह परिवार अपराधियों में दर और आमजन में विशवास का नारा देने वाली खाकी के सामने भी कुछ नहीं बोल पाया, प्राथमिकी दर्ज़ नहीं होने के चलते पुलिस ने कुछ संज्ञान लिया और अपनी और से रिपोर्ट दर्ज़ करते हुए उसे गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक पिस्टल और दो खाली मैगजीन बरामद की
हार्डकोर अपराधी सिल्वेस्टर अब सींखचों के पीछे है, उसके द्वारा किये गए इस अपराध की सजा कानून की किताबों में कितनी है यह अदालत में तय की जायेगी अब यहाँ सवाल यह खड़ा होता है कि 6 लाख की आबादी वाले इस शहर में एक अपराधी का इतना खौफ आखिर क्यों, क्यों एक पूरे शहर पर सिल्वेस्टर जैसे अपराधी अपना दबदबा कायम करने में कामयाब हो जाते है,,,कहते है एक लाठी को अगर तोड़ा जाए तो वह जल्दी ही टूट जाती है, लेकिन लकड़ी की किसी गठरी को तोड़ने का प्रयास किया जाए तो यक़ीनन वह कभी नहीं टूट सकती, और ठीक इसी तरह हमारा शहर एकजुट हो जाए तो सिल्वेस्टर या उसके जैसे सभी अपराधियों की क्या बिसात जो यूँ जब चाहे पुलिस को खुली चुनौती देते हुए कोई भी वारदात करदे,,,,उदयपुर न्यूज़ तमाम अधिवक्ताओं और इस शहर की आवाम को सलाह देता है कि ऐसे गुंडों से डरने की बजाय इनका सामना एकजुट होकर करे और उस समय गुस्सा ऐसा हो कि या तो यह असामाजिक तत्व शहर छोड़ कर भाग जाए या अपराध जैसे ही हायतौबा कर ले,,,,जय हिन्द जय मेवाड़