हास्य को दैनिक जीवन का अंग बनाना चाहिए – इन्द्र प्रकाश यादव
1 min readविश्व हास्य दिवस के पर ध्यान प्रशिक्षक, मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक आशीष सिंहल द्वारा ऋषि गोरख नाथ के हसो, खेलो और ध्यान करो सिद्धान्त पर आधारित हास्य ध्यान का अभ्यास सेवार्थ योग आयुर्वेद एवं यज्ञ संस्थान के सेक्टर छः स्थित शिवालय सत्संग भवन में करवाया।
उपाध्यक्ष नरेश पूर्बिया ने बताया कि हास्य पर आधारित खेलों, रोचक गतिविधियों और सूक्ष्म क्रियाएं भी हास्य ध्यान के पहले करवाया गया। संगीतमय हास्य ध्यान में साधकों को सकारात्मकता, प्रसन्नता और शान्ति की अनुभूति करवाई गई ।
वैदिक विद्वान इन्द्र प्रकाश यादव ने अध्यक्षीय उद्बोधन में हास्य को स्वस्थ जीवन शैली हेतु दैनिक दिनचर्या का अंग बनाया जाना चाहिए। संचालन संस्थान अध्यक्ष डा भूपेन्द्र शर्मा ने किया।