हिंदुस्तान जिंक ने कार्यस्थल सुरक्षा बढ़ाने के लिए अपनी तरह का पहला एआई सॉल्यूशन लागू किया
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एआई संचालित ‘डिटेक्ट एआई’ से कार्यस्थल सुरक्षा और परिचालन दक्षता में बड़ा सुधार
उदयपुर, 24 मार्च 2025। भारत की सबसे बड़ी और विश्व की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने अपने परिचालन में ‘डिटेक्ट एआई’ – एक उन्नत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित निगरानी प्रणाली को लागू किया है। यह अत्याधुनिक समाधान कार्यस्थल सुरक्षा, परिचालन दक्षता और अनुपालन निगरानी को बेहतर बनाता है।
एआई तकनीक का लाभ उठाते हुए, हिंदुस्तान जिंक मैन्युअल हस्तक्षेप को न्यूनतम कर कार्यस्थल को अधिक सुरक्षित और दक्ष बना रहा है। कंपनी इंडस्ट्री 4.0, एआई, ऑटोमेशन और डेटा एनालिटिक्स जैसी नवीनतम तकनीकों को अपनाकर उत्पादकता और सुरक्षा को नए स्तर तक पहुंचा रही है।
कैसे काम करता है ‘डिटेक्ट एआई’?
यह कंप्यूटर विजन और मशीन लर्निंग पर आधारित सुरक्षा निगरानी प्रणाली मौजूदा इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) सक्षम निगरानी ढांचे के साथ आसानी से एकीकृत हो जाती है। वास्तविक समय में छवियों और वीडियो का विश्लेषण करते हुए, यह प्रणाली कई संभावित खतरों का स्वतः पता लगाती है, जैसे कि:
✅ सुरक्षात्मक उपकरणों का सही ढंग से उपयोग न करना
✅ अनधिकृत व्यक्तियों की पहुंच
✅ ऊंचाई पर कार्य के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन
डीप लर्निंग मॉडल और एज कंप्यूटिंग का उपयोग कर, यह प्रणाली पूर्वानुमानित विश्लेषण के आधार पर संभावित खतरों को वर्गीकृत करती है और क्लाउड-आधारित एआई इंजन के माध्यम से स्वचालित अलर्ट जारी करती है। एपीआई एकीकरण और वास्तविक समय KPI ट्रैकिंग की मदद से यह औद्योगिक सुरक्षा को नई ऊंचाइयों तक ले जाता है।
हिंदुस्तान जिंक में एआई और डिजिटल टेक्नोलॉजी का बढ़ता उपयोग
हिंदुस्तान जिंक ने एआई, मशीन लर्निंग (ML), कंप्यूटर विजन, ड्रोन टेक्नोलॉजी, IoT और ऑगमेंटेड/वर्चुअल रियलिटी (AR/VR) जैसी तकनीकों को अपनाकर परिचालन में बड़े बदलाव किए हैं।
🚀 प्रमुख खनन स्थलों – रामपुरा आगुचा, सिंदेसर खुर्द, राजपुरा दरीबा, जावर और कायड़ में इस अत्याधुनिक तकनीक के लागू होने से:
📈 परिचालन दक्षता में 20-30% तक वृद्धि हुई
🤖 मैन्युअल हस्तक्षेप 50% तक कम हुआ
हिंदुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा का बयान
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा:
“हम अपने परिचालन में तकनीकी उत्कृष्टता और स्वचालन को प्राथमिकता दे रहे हैं। हमारा लक्ष्य मैन्युअल हस्तक्षेप को समाप्त कर एआई, एमएल, IoT और कंप्यूटर विजन जैसी उन्नत तकनीकों के साथ अपने कार्यप्रणाली को स्वचालित बनाना है। ‘डिटेक्ट एआई’ जैसी अभिनव तकनीकें हमारे औद्योगिक सुरक्षा मानकों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।”
डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की दिशा में बड़ा कदम
हिंदुस्तान जिंक ने अपनी डिजिटल रणनीति के तहत अपनी तरह का पहला डिजिटल सहयोग केंद्र (Digital Collaboration Hub) स्थापित किया है। यह केंद्र:
📊 विभिन्न व्यावसायिक इकाइयों के डेटा का विश्लेषण करता है
📡 वास्तविक समय में जानकारी प्रदान कर मजबूत निर्णय लेने में सहायक बनता है
कंपनी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप्स के साथ भी सहयोग कर रही है, जो IoT सेंसर, AI-आधारित एडवांस्ड एनालिटिक्स और रियल-टाइम औद्योगिक डायग्नोस्टिक्स जैसी नई तकनीकों का उपयोग कर प्रदर्शन और उत्पादकता को अनुकूलित कर रहे हैं।
हिंदुस्तान जिंक की उपलब्धियां
🏆 वेदांता समूह की हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक और तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक कंपनी है।
🌍 S&P Global Corporate Sustainability Assessment 2024 में, हिंदुस्तान जिंक को लगातार दूसरे वर्ष ‘मेटल एंड माइनिंग’ श्रेणी में दुनिया की सबसे सस्टेनेबल कंपनी के रूप में मान्यता मिली है।
💧 कंपनी 2.41 गुना वाटर-पॉजिटिव प्रमाणित है और सस्टेनेबल भविष्य के लिए वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन (Global Energy Transition) में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
निष्कर्ष
हिंदुस्तान जिंक द्वारा अपनाई गई ‘डिटेक्ट एआई’ प्रणाली औद्योगिक सुरक्षा में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। इस एआई संचालित समाधान से न केवल कार्यस्थल सुरक्षा में वृद्धि होगी, बल्कि कंपनी के परिचालन की दक्षता और उत्पादकता भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगी।