जहां एक ओर राजस्थान सहित अन्य सभी राज्यों में पॉलीथिन पर रोक के लिए सरकार द्वारा तरह – तरह के अभियान चला रही है, वहीं उदयपुर जिले के सेमारी कस्बे में पालीथिन को लेकर न तो प्रशासन सजग है। और न ही ग्राम पंचायत द्वारा कोई जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
जिसके चलते कस्बे में कई जगह कचरा संग्रहण के स्थानों और कचरे के ढेर में पालीथिन की भरमार लगी है। और यह पॉलीथिन गोवंश के लिए मौत का कारण बन रहा है। जागरूकता के अभाव में लोग खुले में पालीथिन युक्त कचरा फेंक देते है। जिसे खाकर गाय भैंस सहित अन्य पशु काल के ग्रास में समा रहे हैं। इस ओर न तो किसी पशु प्रेमी का ध्यान जा रहा है और न ही पशुओ के मालिक का।