अयोध्या में होने वाले राम लला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव दिवस को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग
अधिवक्ताओं ने दिया प्रधानमंत्री, राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
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उदयपुर। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में निर्मित भव्य राम मंदिर में प्रभु श्री राम लला के होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिवस को देश का नव निर्माण दिवस मानकर केंद्र सरकार व राज्य सरकार से सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की गई है।
अधिवक्ता परिषद के जिला संयोजक मनीष शर्मा के नेतृत्व में बुधवार को सह सयोजक महेंद्र ओझा
महेंद्र नागदा, प्रेम सिंह पंवार, मनोज अग्रवाल, गोपाल पालीवाल, चंद्रशेखर आमेटा,पूनम चंद मीणा,मनीष श्रीमाली, हरीश पालीवाल ने जिला कलेक्टर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के राज्यपाल कल राज मिश्रा वह मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ज्ञापन प्रेषित कर 22 जनवरी को देश हित में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की है।
ज्ञापन में बताया गया कि उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या में 22 जनवरी को मर्यादा पुरुषोत्तम राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य धार्मिक उत्सव आयोजित होने जा रहा है जिसमें भारतवर्ष का प्रत्येक व्यक्ति इस समारोह का व्यक्तिगत रूप से साक्षी बनने को तथा इस दिवस को भी दीपावली पर्व की तरह मनाने को आतुर है।
इस दिवस को होने वाले धार्मिक आयोजन में देश का प्रत्येक व्यक्ति अपनी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से साक्षी के रूप में उपस्थिति देने को और भागीदार बनने को तत्पर और आतुर है ऐसे में इस दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाना अत्यावश्यक हो गया है।
जिला कलेक्टर की अनुपस्थिति में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर राजीव द्विवेदी को दिए
ज्ञापन में सभी अधिवक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि यह दिवस नवभारत व सशक्त राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। ज्ञापन देने के दौरान एडवोकेट निशान्त बागड़ी, अमरीश पालीवाल,जगदीश खेरालिया, मनमोहन सिंह,भारत कुमावत, कृष्णकांत गहलोत, पंकज त्रिवेदी, अनूप चतुर्वेदी,मयंक जैन, कुंदन मेनारिया त्रिलोक सिंह झाला सहित कई अधिवक्ता उपस्थित रहे।