एम1 एक्सचेंज की मदद से एमएसएमई और बड़े कॉर्पोरेट अपनी कार्यशील पूंजी बढ़ाएंगे
1 min readरिपोर्ट – लखन शर्मा
भारत के अग्रणी ट्रेड्स एम1 एक्सचेंज द्वारा ‘ट्रेड्स’ नामक कोलेटरल-फ्री स्पेशल उत्पादों की शुरुआत से कई सारे एमएसएमई को लाभ मिल रहा है। यह प्लेटफॉर्म राज्य में एमएसएमई सैलर्स को विभिन्न फाइनेंसरों द्वारा ऑनलाइन बिडिंग प्रणाली की मदद से 24 घंटों के अंदर लिक्विडिटी प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
यह जानकारी मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में एम1 एक्सचेंज के सीनियर डायरेक्टर सेल्स कौस्तुभ श्रीवास्तव और रीजनल हेड कॉर्पोरेट सेल्स ऋषभ नाटाणी ने दी। उन्होंने बताया कि 55 से ज्यादा बैंकों और एनबीएफसी के साथ एमएसएमई एम1 एक्सचेंज पर पंजीकरण कराया जा सकता है और बिना कोई ठोस कोलेटरल या सिक्योरिटी दिए डिजिटल माध्यम से अपनी इनवॉइस पर फंड प्राप्त किया जा सकता है।
उन्हें कोई रिकोर्स शुल्क भी नहीं देना पड़ता है और बदले में कॉर्पोरेट अपने एमएसएमई सैलर को काफी कम ब्याज दरों पर ट्रेड्स उपलब्ध होने के कारण उनकी इनपुट लागत को कम कर देते हैं। उन्होंने बताया कि ट्रेड्स एक इनोवेटिव प्रणाली है। जिसकी परिकल्पना एवं नियमन रिजर्व आरबीआई द्वारा किए गए हैं।
इस प्रणाली द्वारा माइक्रो, स्मॉल और मीडियम उद्यम बहुत ही प्रतिस्पर्धी दरों पर वित्त प्राप्त करके अपने सामने विलंबित भुगतानों के कारण आने वाली चुनौतियों का समाधान कर सकते हैं। एमएसएमई द्वारा जारी की गई इनवॉईसेज़ को कॉर्पोरेट खरीददार स्वीकार करते हैं, और उन पर एक नीलामी प्रक्रिया द्वारा बाजार में निर्धारित ब्याज दरों पर पूंजी प्रदान करते हैं। इस नीलामी प्रक्रिया में कई वित्तीय संस्थान बोली लगाते हैं। इससे व्यवसायों को अपने भुगतान नियत तिथि से पहले करने में मदद मिलती है, और वो अपने सप्लायर से ज्यादा बेहतर मोल भाव करने में समर्थ बनते हैं, ताकि वो वस्तु व सेवाएं और कम मूल्यों में प्राप्त कर सकें।