उदयपुर नगर के 468वे स्थापना दिवस के अवसर पर ऑनलाइन संगोष्ठी आयोजित हुई !
1 min readयुगयुगीन उदयपुर विषयक संगोष्ठी !
उदयपुर 27 अप्रैल | उदयपुर नगर के 468वे स्थापना दिवस के अवसर पर “नगर के इतिहास एवं चुनोतियो” विषय पर सोशल डिस्टैंसिंग को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन संगोष्ठी आयोजित की गयी |संगोष्ठी में नगर के इतिहासकार प्रोफेसर गिरीश नाथ माथुर ने कहा की महाराणा उदय सिंह ने नगर की स्थापना मेवाड़ पर होने वाली भावी आक्रमण का सामना करने के लिए की |उसके परिणाम स्वरुप ही वे पहाड़ो में जा कर छापामार युद्ध कर मुगलो का सामना करने में सफल रहे|डॉ मनोहर सिंह राणावत ने उदयपुर चित्तोड़ पाटनामा में उल्लेखित उदयपुर स्थापना के तथ्यों पर विस्तार से जानकारी दी |डॉ राजेंद्र नाथ पुरोहित ने उनके निजी संग्रह की बहियो एवं वंशावलियो के आधार उदयपुर नगर की स्थापना के महत्व को बतलाया | डॉ गोविन्द लाल मेनारिया ने ताम्रपत्रों को नगर स्थापना के साक्ष्य के रूप मैं बतलाते हुए उनके महत्व में प्रकाश डाला |
डॉ ईश्वर सिंह राणावत ने उदयपुर नगर के जलीय स्त्रोतो पर प्रकाश डालते हुए जानकारी दी की उनका नगर स्थापना में महत्वपूर्ण कारन रहा है |
डॉ पुष्पेंदर सिंह राणावत ने नगर स्थापना के पीछे भौगोलिक कारणों की विवेचना की | डॉ अजातशत्रु शिवरती ने पिछोला झील के किनारे नगर स्थापना के मुहूर्त पर विस्तार से जानकारी दी|
डॉ भानु कपिल ने नगर के योजनाबद्ध विकास से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी | संगोष्ठी के अंत में सभी इतिहासकारो ने एक जुट होकर समर्थन दिया की प्राकृर्तिक पर्यावरण को सुरक्षित रखने से ही हम किसी भी महामारी से सुरक्षित रह सकते है | संगोष्ठी में डॉ देव कोठारी एवं प्रताप सिंह जी तलावदा ने भी उदयपुर स्मार्ट सिटी पर अपने विचार रखे| संगोष्ठी का संचालन संजय अग्रवाल ने किया और धन्यवाद् जय किशन चौबे ने दिया |