प्री – मानसून की बारिश में खुली बिजली विभाग की पोल!!
1 min readबहुत जल्द ही मेवाड़ में मानसून ने दस्तक देने जा रहा है। इसके साथ ही हर विभाग को चैकन्ना होने की जरूरत है। खासकर बिजली विभाग को क्यूंकि कि बिजली की गड़गड़ाहट मात्र से कई बार बिजली गुल हो जाती है तो अब तो आगामी चार महीनों तक बारिश का दौर जारी रहने वाला है। ऐसे में बिजली विभाग ही सतर्क नहीं होगा तो परेशानी खासोआम को होना लाजमी है। मानसून की दस्तक से पहले हो रही प्री मानसून की बारिश ने शहर के बिजली विभागों की पोल खोलकर रख दी है। मंगलवार को हुई बारिश से शहर के कई कॉलोनियों में पूरी रात बिजली गुल रही, जिससे शहरवासियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसे में कई लोग अलग – अलग स्थानों पर बने पावर हाउस पंहुचे और जहां अपनी कम्पलेन दर्ज करवाई। बुधवार को हमारे सहयोगी कमल वसीटा और रामसिंह ने शहर के सभी बिजली विभागों को जायजा लिया तो पाया कि शिकायतों का अम्बार लगा हुआ है और मौजुदा स्टाॅफ नाकाफी सा लग रहा था।
सवीना ऑफिस में मंगलवार सुबह से देर रात तक 64 कम्पलेन आय वहीं गोवर्धन विलास क्षेत्र में 78 शिकायत आयी । दोनों जगह की 132 कम्प्लेन दर्ज हुई जिसमे से कई इलाकों में बिजली व्यवस्था दुरस्त कर दी गयी। हालांकि कई जगहों पर लाइन मेंन लाइन दुरस्त करने में जुटे हुए थे। वहीं सवीना की बात करें तो वीआईपी कॉलोनी में पेड़ गिरने से भी फाल्ट आया था। आपको बता दे कि सवीना बिजली विभाग में गोवर्धन विलास का भी क्षेत्र जुड़ा हुआ है। ऐसे में मटून के बाद यह सबसे बड़ा पॉवर हाउस है। जिसमें बलीचा ,डाकन कोटड़ा ओर पटेल सर्कल तक का क्षेत्र शामिल है। वहीं फतहपुरा पर 80 कम्पलेन नोट करवाई गई थी जिनमें से 45 को दुरस्त कर लिया गया था और गुलाबबाग में 144 शिकायतें दर्ज हुई, जिसमें से 94 को दुरस्त कर दिया गया था। कुल मिलाकर पूरे षहर के बिजली विभागों का जायजा लेने पर यह बात स्पष्ट रूप से सामने आई है कि विभाग के पास स्टाॅफ की कमी है जो बरसात के दिनों में आने वाली शिकायतों को पूरा करने में नाकाफी है। प्रशासन को चाहिए है कि अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती इस दौरान रखे। क्यूंकि लाईट तो कभी भी जा सकती है।