76वें गणतंत्र दिवस का उत्सव: जल जीवन मिशन में उत्कृष्ट योगदान देने वाले राजस्थान के 6 जल योद्धा सम्मानित
1 min readजयपुर, जनवरी 2025: इस वर्ष भारत 76वाँ गणतंत्र दिवस मना रहा है। ऐसे में, यह समय है उन पहलों पर विचार करने का जो भारत की नींव कहे जाने वाले समानता, समावेशन और विकास के सिद्धांतों को व्यक्त करती हैं। इनमें से, जल जीवन मिशन एक क्राँतिकारी पहल के रूप में उभरकर सामने आया है, जिसने लाखों परिवारों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा ही जल जीवन मिशन (जेजेएम) की महत्ता पर जोर दिया है, जो ग्रामीण भारत में स्वच्छ पेयजल की पहुँच को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राजस्थान में, यह मिशन एक बदलावकारी शक्ति बनकर उभरा है, जिसने ग्रामीण समुदायों के ताने-बाने में संघर्ष और प्रगति की नई कहानियाँ जोड़ी हैं।
इस गणतंत्र दिवस की विशेषता यह है कि देशभर से 178 जल योद्धाओं को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है, ताकि उनके योगदान को सम्मानित किया जा सके। इनमें से 6 जल योद्धाओं को राजस्थान से जल जीवन मिशन के तहत उनके अद्वितीय प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया है।
नागौर जिले के खिंवसर ब्लॉक में स्थित गुढ़ा भंगवान दास गाँव, वर्षों से जल संकट का सामना कर रहा था। यहाँ के लोग हर दिन 2 से 3 किलोमीटर पैदल चलकर एक सामुदायिक तालाब से पानी लाने को मजबूर थे, जो न सिर्फ काफी समय लेने वाला और थकाऊ था, बल्कि गाँववासियों की आजीविका पर भी प्रतिकूल असर डालता था। पानी अक्सर असुरक्षित होता था, जिससे जलजनित बीमारियाँ बार-बार फैलती थीं और यह समुदाय के स्वास्थ्य और भलाई के लिए गंभीर खतरा बन गया था।
इन चुनौतियों के बीच, श्रीमती धापू देवी आशा की किरण बनकर उभरीं। उन्होंने जल जीवन मिशन (जेजेएम) के सिद्धांतों को अपने दृष्टिकोण से जोड़ते हुए, गाँव के जल संकट को सुलझाने की दिशा में अपनी पहल शुरू की। गाँव जल और स्वच्छता समिति (वीडब्ल्यूएससी) की अध्यक्षता करते हुए, श्रीमती धापू देवी ने समुदाय को जल संकट के समाधान के लिए जागरूक किया और नेतृत्व प्रदान किया।
नियमित बैठकों और जागरूकता अभियानों के माध्यम से, श्रीमती धापू देवी ने गाँववासियों को स्वच्छ और सुरक्षित जल के दीर्घकालिक लाभों के बारे में बताया। “जल ही जीवन है, और इसका दुरुपयोग दुःख का कारण बनता है”, यह वाक्य वे अक्सर अपनी बैठकों में कहा करती थीं। उनके नेतृत्व ने गाँववासियों को जल जीवन मिशन के प्रति जागरूक करने और उसे अपनाने के लिए प्रेरित किया।
इस पहल की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी गाँववासियों का आर्थिक योगदान। गाँववासियों ने मिलकर 8 लाख रुपए एकत्रित किए, जो कि गाँव जल और स्वच्छता समिति (वीडब्ल्यूएससी) के बैंक खाते में जमा किए गए। इससे परियोजना को काफी मजबूती मिली।
परियोजना को लागू करने में कई चुनौतियाँ थीं। ठेकेदारों, सरकारी विभागों और समुदाय के बीच समन्वय करना बेहद जरूरी था और इसके लिए बेहतर योजना और कार्यान्वयन की आवश्यकता थी। सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के लिए एक समर्पित समन्वयक को नियुक्त किया गया, जो सभी पक्षों के बीच एक अहम् कड़ी के रूप में काम करता था और यह सुनिश्चित करता था कि समय पर काम पूरा हो और गुणवत्ता बरकरार रहे। इस पूरी प्रक्रिया में, धापू देवी ने बखूबी मार्गदर्शन किया और समस्याओं का समाधान सहानुभूति और कुशलता से किया।
गुढ़ा भंगवान दास में जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत 100% नल जल कनेक्शन उपलब्ध हो गए। अब हर घर में सुरक्षित और विश्वसनीय जल की आपूर्ति होती है, जिसने गाँव की तस्वीर को पूरी तरह से बदल दिया है।
पीने के लिए स्वच्छ जल मिलने से जलजनित रोगों में महत्वपूर्ण कमी आई, जिससे समुदाय के स्वास्थ्य में बेहतर सुधार देखने को मिले। पानी लाने की जिम्मेदारी, जो मुख्य रूप से महिलाओं पर थी, अब समाप्त हो गई। परिवार अब खेती और अन्य उत्पादक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित कर सकते थे, जिससे आय में वृद्धि हुई और कृषि कार्य समय पर हो पाए।
साथ ही, महँगे पानी टैंकरों पर निर्भरता समाप्त हो गई, जिससे घरों के पास आवश्यकताओं के लिए संसाधन जुटाने की अधिक संभावना बनी। इस स्थिरता ने समुदाय को उज्जवल भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
धापू देवी के नेतृत्व में, ग्राम पंचायत ने जल आपूर्ति प्रणाली की देखभाल की जिम्मेदारी उठाई है, ताकि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए टिकाऊ बने रहे।
श्रीमती धापू देवी के दूरदर्शी नेतृत्व ने गुढ़ा भंगवान दास पर अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने एकता और सामूहिक क्रियावली को प्रेरित किया, जिसने न सिर्फ गाँव की अवसंरचना को बदल दिया, बल्कि इसके सोचने के तरीके को भी नया मोड़ दिया।
अपनी यात्रा पर विचार करते हुए उन्होंने कहा, “जल जीवन मिशन ने हमें सिखाया है कि जल प्रबंधन सिर्फ एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह एक सामूहिक प्रयास है। साथ मिलकर हम अपने गाँव के लिए एक स्वस्थ और टिकाऊ भविष्य की नींव रख रहे हैं।”
उनके शब्द यह साबित करते हुए जल जीवन मिशन की भावना को व्यक्त करते हैं कि एकता और समर्पण सबसे बड़ी चुनौतियों को भी पार कर सकते हैं। गुढ़ा भंगवान दास के लिए, यह सफलता की कहानी सिर्फ स्वच्छ जल की नहीं है, बल्कि यह सुदृढ़ता, सशक्तिकरण और मिलकर काम करने की शक्ति की भी गाथा है।