अंतर्राष्ट्रीय घरेलू कामगार दिवस पर महिलाओं ने जिला कलेक्ट्री के बाहर किया प्रदर्शन
1 min readरिपोर्ट – लखन शर्मा
अंतर्राष्ट्रीय घरेलू कामगार दिवस के मौके पर राष्ट्रीय घरेलू कामकाजी महिला श्रमिक संगठन द्वारा टाउन हॉल से जिला कलेक्ट्री तक घरेलू श्रमिक संगठन महिलाओं द्वारा रैली निकाली गई। राष्ट्रीय घरेलू कामकाजी महिला श्रमिक संगठन की प्रदेश समन्वय सिस्टर कीर्ति ने बताया कि पूरे विश्व में घरों में काम करने वाले महिलाओं की संख्या करोड़ों में है भारत में इनकी संख्या लगभग 40 लाख से अधिक है
हमारे अपने देश भारत में कई प्रदेशों में प्रदेश की सरकारों ने घरेलू कामकाज से जुड़े परिवारों के लिए अलग-अलग कानून बना रखे हैं और अलग-अलग तरह की योजनाएं निर्माण कर रखी है पिछले लंबे समय से केंद्र सरकार से एक ही मांग उठाई जा रही है कि घरेलू कामगार से जुड़े कामगारों को श्रमिक का पूर्ण दर्जा दिया जाए एवं इन परिवारों के कल्याण एवं सर्वांगीण विकास के लिए कल्याण मंडल बोर्ड की स्थापना की जाए परंतु अभी तक कोई भी उचित निर्णय केंद्र की सरकार ने नहीं लिया है।
कामकाजी घरेलू महिला मंजू ने बताया कि हम आज भी मुख्यधारा से वंचित है यह जहां रहते हैं वहां कच्ची बस्ती एवं झुग्गी झोपड़ी वाली स्थिति है सरकार की कल्याणकारी योजनाओं तक पहुंच नहीं है राशन कार्ड एवं अन्य सरकार की योजनाओं के नाम से दलालों से हमेशा ठगी जाती है।
प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रीय घरेलू कामकाजी महिला श्रमिक संगठन की संरक्षक रेखा भटनागर, लाली सालवी, संगठन की सदस्य मंजू गमेती, कमला सालवी, अनिता मेघवाल, हीरा बाई गमेती, तुलसी लोहार, कमला मेघवाल सहित कई महिलाएं मौजूद रही।