लेकसिटी में झीलों की दुर्दशा कतई बर्दाश्त नहीं- रघुवीर मीणा
1 min readकांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य एवं उदयपुर के पूर्व कोंग्रेसी सांसद रघुवीर सिंह मीणा ने आज उस समय झीलों की दुदर्शा देख हैरान रह गये जब वे झीलों को देखने पहुंचे,,,,शहर की प्रसिद्ध झीलों की दशा सुधारने के लिए उन्होंने जिला कलेक्टर को इससे अवगत कराया ताकि शहर की खुबशुरत झीलों का स्वरूप निखर सके। आपको बता दे कि रघुवीर सिंह मीणा मंगलवार को शहर के ओल्ड सिटी एरिया में अपने कार्यकर्ताओं के परिवार में हुई मृत्यु के चलते उनके निवास पर शोक व्यक्त करने गए थे, लेकिन बैठक से लौटते वक्त वे चांदपोल स्थित पिछोला स्वरूप सागर लिंक पुलिया पर झीलों की दशा देख हैरान रह गये उन्होंने झीलों की दुर्दशा पर काफी दुःख जताया, उन्होंने देखा कि पूरी झील में जगह-जगह गंदगी के साथ ही कांजी भी जमी हुई थी, पास ही में बने घाट के कोने पर डिविडिंग मशीन कांजी एवं कचरा निकालने का काम कर रही थी, मशीन को देख मीणा ने कहा कि यह मशीन एनएलसीपी कोटे से 5 करोड़ रुपए की लागत से झीलों की सफाई के लिए खरीदी गई थी औऱ एनएलसीपी कोटे से कांग्रेस के पूर्व मंत्री नमो नारायण मीणा के प्रयासों के बाद भारत सरकार द्वारा झीलों के विकास लिए 125 करोड़ रुपए का बजट भी जारी किया गया था । लेकिन नगर निगम और नगर विकास प्रन्यास ने उदयपुर की झीलों के स्वरूप को बिगाड़ दिया है । जिसे देख कर ट्यूरिस्ट भी अब अपना मुंह मोड़ने लगे हैं । भाजपा के विधायक महापौर सांसद यूआईटी चेयरमैन जो भी उदयपुर में किसी पद पर आसीन रहे सभी ने मिलकर उदयपुर की बुरी दुर्दशा करते हुए शहर की झीलों के स्वरूप को ही बिगाड़ दिया है । मीणा ने तुरंत ही जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा को फोन लगाकर प्रशासन को झीलों की ओर ध्यान देने की नसीहत देते हुए कहा कि हमारी झीलें विश्व विख्यात झीले है, उनकी दुर्दशा ठीक नहीं, जो भी एजेंसी नगर निगम या नगर विकास प्रन्यास इन कामों को देख रही है उन्हें पाबंद किया जाए कि दोबारा इस तरह की दुर्दशा इन झीलों में देखने को ना मिले । इस औचक निरीक्षण में पूर्व सांसद रघुवीर मीणा के साथ ए ब्लॉक अध्यक्ष फतेह सिंह राठौड़, देहात महामंत्री कौशल नागदा, शहर महामंत्री दिनेश दवे, नगर निगम में पूर्व नेता प्रतिपक्ष मोहसिन खान और अर्जुन मेनारिया सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे