राज्यसभा में आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र से मिले प्रतिनिधित्व – डॉ.मानसिंह निनामा
1 min readराज्यसभा चुनाव की नामाकंन प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही उदयपुर आदिवासी अंचल से राज्यसभा में आदिवासी समाज के प्रतिनिधित्व की मांग उठने लगी है। संभागीय अनुसूचित जनजातीय संघर्ष मोर्चा ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर विभिन्न मांगों को राज्य सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की। संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने कहा कि उदयपुर अंचल पूर्ण रूप से आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। इसलिए यहां से राज्यसभा में भी आदिवासी समाज के लोगों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए। संभागीय अनुसूचित जनजातीय संघर्ष मोर्चा के मान सिंह निनामा ने बताया कि अब तक यहां से राजनीतिक पार्टियां अपने अनुसार राज्यसभा में सदस्य भेजती आई है लेकिन अब यहां से आदिवासी समाज के लोगों को मौका मिलना चाहिए। इसके अलावा संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने जनजातीय को मिल रहे आरक्षण में से साढ़े पांच प्रतिशत भील जनजाति को पृथक आरक्षण देने, डूंगरपुर के विधायक गणेश घोघरा के मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्यवाही करने और बांसवाड़ा के गोविंद गुरू जनजातीय विश्वविद्यालय में शैक्षिक व गैर शैक्षिक पदों का सृजन कर जनसंख्या के अनुपात में पदों का वर्गीकरण कर भर्ती प्रक्रिया शीघ्र आंरभ करने की मांग की। इस मौके पर विक्रम कटारा, रवि भावा, हेमंत डामोर, पुष्पक मीणा ,अजय डामोर सहित कई लोग मौजूद थे।