कार्यवाई करने वाली निगम को ही नहीं आता फायर फाइटिंग यूनिट चलाना !
1 min readसूरत के तक्षशिला कोचिंग सेंटर के काण्ड के बाद एक तरफ जहां पूरे देश में फायर सेफ्टी यूनिट लगाने को लेकर सरकार सख्त हुई हैं वहीं उदयपुर नगर निगम भी पहली बार काफी सख्त दिखाई दिया। निगम ने अब तक दो बड़े माॅल्स पर सीज की कार्रवाई को अंजाम देते हुए करीब 282 प्रतिश्ठानों को नोटिस थमाते हुए जल्द से जल्द फायर सेफ्टी यूनिट लगाने के निर्देश दिए है।
लेकिन यहां सबसे बड़ी चुनौती की बात यह होगी कि जिन जगहों पर यह सेफ्टी यूनिट लगाई गई है, वहां पर रहने और काम करने वाले लोगों को इसे चलाना भी आता है या नहीं। बस यही जानने के लिए हमारी टीम उस विभाग में पंहुच गई, तो हैरान रह गई। यहां फायर सेफ्टी के लिए गैस के सिलैण्डर तो हर कार्यालय के बाहर लगा दिए गए
लेकिन किसी को भी इसे चलाना नहीं आता। आपको बता देकि सोमवार को हमारी टीम उदयपुर नगर निगम पंहुची तो हर विभाग के बाहर फायर सेफ्टी के लिए गैस सिलेण्डर हाल ही लगाए गए थे। इस पर अन्दर जाकर कर्मचारियों से बात की तो उन्होंनेे जवाब दिया कि कभी अगर आग लगने जैसी घटना हो जाए तो गेराज से फायर ब्रिगेड के कर्मचारी आएंगे और वो ही इस सिलेण्डर को चलाकर आग बुझाएंगे। अब आप ही बताईए कि जो जिम्मेदार विभाग है उसे ही आग से बचने के उपकरण चलाना नहीं आता है तो पूरे शहर में लगावाए जा रहे फायर सेफ्टी के सिलेण्डर किस काम के। इसलिए उदयपुर न्यूज सभी षहरवासियों और निगम के कर्ताधर्ताओं से अपील करता है कि सबसे पहले इसके संचालन के लिए एक अभियान के तक काम करना चाहिए और कम से कम निगम के कर्मचारियों को तो सीखा ही देना चाहिए।