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उदयपुर, 14 फरवरी 2025: भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड को एसएंडपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक 2025 में शामिल कर शीर्ष 1 प्रतिशत रैंकिंग प्रदान की गई है। यह उपलब्धि कंपनी का लगातार 8वां समावेश और शीर्ष 1 प्रतिशत में लगातार दूसरी बार रैंकिंग दर्शाती है, जो सस्टेनेबिलिटी और जिम्मेदार बिजनेस प्रैक्टिस के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) 2024 में, हिन्दुस्तान जिंक को दुनिया की सबसे सस्टेनेबल मेटल और माइनिंग कंपनी के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। इस उपलब्धि ने परिचालन उत्कृष्टता, नवाचार और ईएसजी (पर्यावरण, सामाजिक और शासन) पहलों में कंपनी के नेतृत्व को उजागर किया है।
एसएंडपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक में चयन उन कंपनियों के लिए किया जाता है, जिन्होंने एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) 2024 में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इस साल, 62 उद्योगों में मूल्यांकन की गई 7,690 कंपनियों में से केवल 780 कंपनियों को इस प्रतिष्ठित ईयरबुक में स्थान मिला है।
हिन्दुस्तान जिंक ने जिम्मेदार और सस्टेनेबल विनिर्माण के प्रति अपने दृष्टिकोण को मजबूत किया है। कंपनी ने 2050 या उससे पहले नेट ज़ीरो हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा, “लगातार दूसरे वर्ष एसएंडपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक के शीर्ष 1 प्रतिशत कंपनियों में शामिल होना, सस्टेनेबिलिटी के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह मान्यता जिम्मेदार संचालन, नवाचार और सभी हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य सृजन के प्रति हमारे समर्पण को रेखांकित करती है।”
हिन्दुस्तान जिंक वेदांता समूह की कंपनी है और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जिंक एवं तीसरी सबसे बड़ी सिल्वर उत्पादक है। कंपनी 40 से अधिक देशों में आपूर्ति करती है और भारत के प्राथमिक जिंक बाजार में 75% हिस्सेदारी रखती है।
सस्टेनेबिलिटी और जिम्मेदार व्यापार संचालन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए, हिन्दुस्तान जिंक ग्लोबल एनर्जी ट्रांजिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, जिससे एक अधिक सस्टेनेबल और समृद्ध भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।