कांग्रेस के गौरव ने सबके साथ भरा नामांकन,एक जुट दिखी पार्टी,नहीं आया मेवाड़ का जाया, कुछ पड़े अकेले
1 min readउदयपुर शहर विधानसभा सीट पर 20 सालों से कांग्रेस को पराजय का सामना करना पड़ा। त्रिलोक पुर्बिया, दिनेष श्रीमाली और डाॅ. गिरिजा व्यास जैसे बड़े नाम यहां पर गुलाबचंद कटारिया के सामने हारे है। लेकिन इस बार भाजपा से गुलाबचंद कटारिया के नहीं होने की खुषी से ही कांग्रेस के 35 दिग्गजों ने दावेदारी जता दी और इनमें से मुख्य रूप से दिनेष खोड़निया, गौरववल्लभ, पंकज षर्मा, अजय पोरवाल, दिनेष श्रीमाली, राजीव सुहालका के नाम सामने आ रहे थे।
वहीं कांग्रेस के राश्ट्ीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने बाजी मारी, दावेदारों के समर्थकों में खाने विरोध तो हुआ लेकिन वह खुलकर सामने आया सिर्फ एक गुट की तरफ से जिनमें राजीव सुहालका के गुट से सुरेष श्रीमाली, केजी मूंदड़ा, विनोद पानेरी आदि बड़े नाम षामिल थे, उन्होंने अपनो विरोध खुलकर भी जताया, वहीं कुछ मौन हो गए जो अभी तक मौन ही है और बाकी ने कांग्रेस कोे जिताने का मानस बनाया और गौरव वल्लभ के साथ हो गए। कांग्रेस प्रत्याशी गौरववल्लभ ने शनिवार को अपने समर्थकों के साथ नामाकंन दाखिल किया। इससे पहले गौरव वल्लभ सैकड़ो कार्यकर्ताओ के साथ सूरजपोल स्थित हनुमान मंदिर से रवाना हुए और देहलीगेट पर जनसभा में शामिल हुए। हनुमान मंदिर से निकली रैली सूरजपोल बापू बाजार होते हुए देहलीगेट पहुंची। यहां पर कांग्रेस की जनसभा में प्रत्याशी गौरव वल्लभ ने शहर के हालात को लेकर चिंता जाहिर की।
उन्होंने कहा कि उदयपुर पूरे विश्व में अलग – अलग क्षेत्रों में पहले नम्बर पर आता हैं लेकिन यहां के जनप्रतिनिधियों ने पिछले सालों में इसकी हालत खराब कर दी हैं। मेवाड वो क्षेत्र हैं जहां पर टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं और टूरिज्म यहां पर कई तरह के रोजगार पैदा कर सकता हैं। वहीं गौरव वल्लभ ने कहां कि उनकी पार्टी में किसी तरह का कोई गतिरोध नहीं है और सूरजपोल से देहलीगेट तक आने में जितना समय लगा और जगह – जगह पर स्वागत किया गया उससे यह साफ है कि शहर की जनता उनके साथ हैं।
वहीं वल्लभ की इस नामाकंन रैली में कांग्रेस के टिकट मांगने वाले पकंज शर्मा और राजीव सुहालका नजर नहीं आए जबकि वल्लभ का विरोध करने वाले सुहालका के कट्टर समर्थन सुरेश श्रीमाली ने पार्टी हित सर्वोपरि बताते हुए उनके साथ हो गए। इसके साथ ही अजय पोरवाल और उनके समर्थक, दिनेष श्रीमाली और उनके समर्थक, जिलाध्यक्ष फतहसिंह राठौड़, महामंत्री अरूण टांक, ब्लाॅक अध्यक्ष, तमाम मण्डलों के अध्यक्ष, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास सहित कांग्रेस पार्टी के पार्शद दलबल के साथ नामांकन रेली में षामिल हुए । डाॅ. व्यास वल्लभ के नामाकंन के दौरान रिटर्निंग आफिस में मौजूद रही।
रिपोर्ट – लखन शर्मा