देबारी के घाटावाली माता जी विशाल त्रिशूल भेंट
1 min read
उदयपुर से सटे देबारी स्थित मेवाड़ की प्रसिद्ध मां चामुण्डा देवी जो कि घाटा वाली माता रानी से जगत विख्यात है। इसकी पहाड़ी पर जन्माष्टमी पर विशाल त्रिशूल स्थापित किया गया।

इस त्रिशूल की कुल ऊंचाई 25 फीट और वजन लगभग सवा टन है। लोहे से बने विशाल त्रिशूल को मां भवानी के भक्त किशनलाल लोहार ने अपने कारखाने में डिजाइन कराकर बनवाया।
जिसे बनाने में लगभग एक माह का समय लगा। जिसमें 12 कुशल कारीगरों की मेहनत लगी। इस विशाल त्रिशूल को सुरक्षा और सावधानी बरतते हुए बडी क्रेन की मदद से 250 फीट से अधिक की ऊंचाई पर पहुंचाया गया और विधि विधान ,मंत्रोच्चार के साथ स्थापित किया गया।

विशाल त्रिशूल मालवीय लोहार समाज नवयुवक मंडल के अध्यक्ष किशनलाल लोहार की ओर से भेंट किया गया।इस दौरान कोषाध्यक्ष रतनलाल, लक्ष्मी लाल, दुल्हे सिंह, भंवरलाल पोखरना, हीरालाल, मनोहर, बिरमा राम और मालवीय लोहार नवयुवक मंडल के कार्यकारिणी सदस्य मौजूद रहे।