उदयपुर के गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज (GITS) में अखिल भारतीय शिक्षा परिषद, नई दिल्ली एवं शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन...
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खान सुरक्षा महानिदेशालय उदयपुर क्षेत्र (उ.प.अं) के तत्वाधान में मेसर्स हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के राजपुरा दरीबा काॅम्प्लेक्स में “ इफेक्टिव फंक्शनिंग आॅफ ग्रुप वोकेशनल ट्रेनिंग इन कम्पलायंस विथ स्टेट्यूटरी “विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में खान सुरक्षा निदेशक उदयपुर क्षेत्र बी दयासागर , खान सुरक्षा निदेशक अजमेर क्षेत्र सं 1 सुरजीत कटेवा तथा खान सुरक्षा महानिदेशालय के निदेशक व उपनिदेशक के साथ राजपुरा दरीबा काॅम्प्लेक्स के आईबीयू सीईओ बलवंत सिंह राठौड तथा आगूचा के आईबीयू सीईओ किशोर कुमार सहित हिन्दुस्तान जिंक , वंडर सीमेंट, आरके मार्बल्स, जेके सीमेंट एवं अल्ट्राटेक सीमेंट की खदानों के ग्रुप वीटीसी प्रभारी, माइंस मैनेजर एवं प्रतिनिधी उपस्थित थे। इस अवसर पर खान सुरक्षा निदेशक उदयपुर क्षेत्र बी दयासागर, ने कहा कि ग्रूप वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर हमारे सुरक्षा मानकों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और यह कार्यशाला सभी उदयपुर वीटीसी में सेफ्टी फर्स्ट संस्कृति को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण कदम है। सही ज्ञान और प्रथाओं के साथ व्यक्तियों को सशक्त बनाकर, हम न केवल कार्यस्थल सुरक्षा को बढ़ा रहे हैं बल्कि एक ऐसे भविष्य का निर्माण भी कर रहे हैं जहां सुरक्षा हर कार्य और निर्णय में अंतर्निहित हो। एक अच्छी तरह से प्रशिक्षित कार्यबल एक सुरक्षित कार्यस्थल की रीढ़ है, और निरंतर सीखने के माध्यम से, हम जोखिमों को कम कर सकते हैं और दक्षता को अधिकतम कर सकते हैं। आइए मिलकर कार्य करें सुरक्षा को न केवल प्राथमिकता बल्कि जीवन का एक तरीका बनाएं। कार्यशाला में निर्देशन में सभी ग्रुप वीटीसी की वैधानिक कार्यप्रणाली का विश्लेषण किया गया। डीजीएमएस एवं सभी टीमों द्वारा प्रस्तुति दी गयी एवं संदेश, एवं वीटीसी प्रभारियों द्वारा फीडबैक लिया गया।
कंपनी का लगातार 8वां समावेश और शीर्ष 1 प्रतिशत में लगातार दूसरे वर्ष रैंकिंग, सस्टेनेबल बिजनेस प्रैक्टिस में इसके नेतृत्व...
अटरू, बारां, राजस्थान, 14 फरवरी, 2025: जिला प्रशासन द्वारा संचालित 'सशक्त बारां प्रगति को शक्ति' अभियान एवं अदाणी फाउंडेशन द्वारा...
अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) गरीबी, हमारे देश में एक ऐसी समस्या है, जिसे खत्म करने के लिए सबसे...
अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने कहा था,"शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य केवल डिग्री प्राप्त करना...
120 स्कूलों और 20 संस्थाओं के स्टूडेंट्स हो रहे शामिल उदयपुर। स्टूडेंट्स को बेहतर करियर गाइडेंस प्रदान करने के लिए...
वे पहले भी 5 अर्बन फोरेस्ट तैयार कर चुके हैं, फिलहाल 21000 सीता अशोक पौधे वितरित कर रहे हैं गुजरात...
साइकिल पर भारत दर्शन एवं अध्ययन के लिए निकले दिल्ली बार काउंसिल के सदस्य लक्ष्य शौकीन का उदयपुर पहुंचने पर...
चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर को प्रदेश में पहला स्थान हिन्दुस्तान जिंक ने 27वें भामाशाह पुरस्कारों में शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान, पहल और परियोजनाओं के लिए सात पुरस्कार प्राप्त किए। भामाशाह पुरस्कार हिंदुस्तान जिंक के चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर को प्रथम स्थान मिला साथ ही जिंक स्मेल्टर देबारी, राजपुरा दरीबा कॉम्प्लेक्स, जावर माइन्स, रामपुरा आगुचा माइन, कायड माइन और केंद्रीय सीएसआर टीम प्रधान कार्यालय को शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक योगदान के लिए प्रदान किया गया। ये पुरस्कार बिडला आडिटोरियम जयपुर में मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ.बी.डी कल्ला, शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन, शिक्षा निदेशक डाॅ कानाराम, विशिष्ट सचिव शिक्षा विभाग एवं पंचायती राज चित्रा गुप्ता एवं अतिरिक्त सचिव शिक्षा विभाग किशोर कुमार उपस्थित थे। हिन्दुस्तान जिंक की ओर से हिन्दुस्तान जिंक के सीएचआरओ मुनीश वासुदेव एवं चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर के लोकेशन हेड कमोद सिंह, राजपुरा दरीबा काॅम्प्लेक्स से एसबीयू डायरेक्टर राजेन्द्र अग्रवाल एवं सीएसआर अधिकारी नम्रा यशा, प्रधान कार्यालय से सीएसआर अधिकारी रूचिका चावला, कायड माइन के हेड केसी मीणा एवं हेड सीएसआर विवेक कुमार सिंह, जिंक स्मेलटर देबारी से लोकेशन हेड मानस त्यागी एवं हेड सीएसआर अरूणा चीता, रामपुरा आगुचा के मिल हेड जे बालासुब्रमण्यन एवं सीएसआर हेड अभय गौतम, उप प्रमुख सीएसआर अधिकारी विशाल अग्रवाल एवं जावर माइंस से सीएसआर अधिकारी गौरी ने यह पुरस्कार प्राप्त किये। हिंदुस्तान जिंक ने हमेशा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देते हुए उन्हें सफलता हेतु हर संभव सहायता प्रदान की है। ये पुरस्कार शिक्षा क्षेत्र के प्रति हिंदुस्तान जिंक की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और ग्रामीण समुदायों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच को सक्षम कर साक्षरता के लिए की गई सीएसआर पहल की विश्वसनीयता को और मजबूत करती है। हिन्दुस्तान जिंक की इकाईयों द्वारा करीब 26.33 करोड की राशि व्यय की गयी। रामपुरा आगुचा ने 1.78 करोड व्यय किया। इन कार्यो में राजकीय माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में गणित, अंगे्रजी, व विज्ञान विषयाध्यापकों की अतिरिक्त व्यवस्था, विद्यालयों का जीर्णोद्धार, नंदघरों का निर्माण, उंची उडान कार्यक्रम में आईआईटी हेतु कोचिंग, छात्राओं को रिंगस महाविद्यालय में उच्च शिक्षा हेतु सहयोग, पुस्तकालय व प्रयोगशाला हेतु फर्नीचर एवं सुरक्षा उपकरण, अध्यापको के अध्ययन हेतु पुस्तकें एवं अध्ययन सामग्री, राजकीय अध्यापको हेतु कार्यशाला, ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर, शिक्षा संबंल के अन्तर्गत नियुक्त किये गये अध्यापकों का आमुखीकरण प्रशिक्षण, बाल कल्याण केन्द्र के छात्र छात्राओं को शुद्ध पेयजल, गणवेश वितरण, ब्लाॅक स्तरीय खेलकुद प्रतियोगिताओं में सहयोग, ब्लाॅक स्तरीय विज्ञान मेले में आर्थिक सहयोग, अलग-अलग राजकीय विद्यालयों में कक्षा-कक्षो का निर्माण, बालिकाओं एवं बालकों के लिए शौचालय का निर्माण, ट्युबवेल लगवाने का कार्य, ग्रिन बोर्ड उपलब्ध कराना, विद्यालयों की छतों पर वाटर प्रुफींग का कार्य, भुमीगत टेंक का निर्माण, जिलों के 3 हजार से अधिक आंगनवाडी केन्द्रो जिनमें से 300 से अधिक नंदघर पर शालापुर्व शिक्षा, स्वास्थ्य परिक्षण किया जा कर शैक्षिक उन्नयन हेतु खुशी कार्यक्रम द्वारा सहयोग किया गया है। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा शिक्षा हेतु संचालित परियोजनाओं के माध्यम से प्रतिवर्ष 2.5 लाख से अधिक बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है।