सूरत के ठग ने राजसमंद वालों से करोड़ों रूपए हड़पे !!
1 min readसंभाग के राजसमंद के लोगों के सूरत की डीएसजीएम कम्पनी से करोड़ो की ठगी का शिकार होने का मामला सामने आया है। आपको बता दे कि कम्पनी के डायरेक्टर भार्गव पंड्या, शिवानी और तैयब हुसैन ने ठगी करने से पहले इन लोगों को बताया था कि गुजरात सरकार ने कम्पनी को 13 हजार 500 सौ करोड़ का टेंडर दिया। जिसके तहत नर्मदा नदी का पानी कच्छ तक ले जाने के लिए भारत सरकार से 68,000 हजार करोड़ का टेंडर और मिलना बाकी है। इसके लिए कम्पनी को इन्वेस्ट करने के लिए शेयर होल्डर की जरूरत है। जिसके तहत हर शेयर होल्डर को 7500 रूपए जमा कराने है और ऐसे ही तीन शेयर जमा कराने पर 24 माह तक उसके खाते में 1800 प्रतिमाह आते रहेंगे। आपको बता देकि जुलाई 2018 में शहर की होटल रेडिसन ब्लू में कम्पनी की ओर से एक मिटिंग रखी गई थी, और उसके बाद होटल ऑरबिट में एक सेमिनार का आयोजन भी किया गया था,इस दौरान सभी आए हुए सदस्यों से 1500 रूपए का आवेदन पत्र भरवाया गया। इसके साथ ही तीन तीन शेयर भी लिए गए, फिर करोड़पति बनाने का सपना दिखाकर लगातार कम्पनी में पैसा निवेश करवाया गया। लेकिन जब लाभांश की राशि नहीं मिली तो दो पीड़ित सूरत में स्थित कम्पनी के मुख्य कार्यालय पंहुचे तो भार्गव पंड्या और तैयब ने उन्हें बाउसंर्स से जमकर पिटवाया, बाद में जब इन्हें पता चला कि जिस कम्पनी में इन लोगों ने करोड़ों रूपए जमा करवाए थे, वह भारत सरकार से रजिस्टर्ड ही नही थी, और कम्पनी ने फर्जी दस्तावेज बनाकर खाते खुलवाए हैं, इस पर मंगलवार को राजसमंद क्षेत्र के 9 पीड़ित जिला पुलिस अधीक्षक की षरण में पंहुचे और परिवाद देकर कार्रवाई की मांग की। परिवाद के साथ साथ दस्तावेजी साक्ष्य के रूप मे करोडों के ट्रांजेक्शन की रसीदें, बैंक पासबुक, कम्पनी मालिक के अति रईस होने का वीड़ियो भी बनाकर दिया है।