अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति ने राजपूत महासभा संस्थान का किया सम्मान
1 min readरिपोर्ट – मनीषा राठौड़
आलोक संस्थान, सेक्टर – 11 में संस्कार ध्यान-सनातन ज्ञान पर आयोजित संस्कारम् सभा आयोजित की जा रही है। इस कार्यकम्र में शिक्षाविद्, समाजसेवी, आलोक संस्थान के निदेशक डाॅ. प्रदीप कुमावत ने कहा कि श्रवण यानि सुनना।
श्रवण से श्रावण बना है और श्रावण से सावन बना है। यानि ऐसा पवित्र मास जिसमें हम ईश्वर की गाथा को सुनकर ईश्वर की चर्चा को सुनकर बिताये वह ही सावन मास है।
इस अवसर पर अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति और आलोक संस्थान द्वारा राजपूत महासभा संस्थान, उदयपुर के सदस्यों का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर राजपूत महासभा संस्थान के अध्यक्ष संत सिंह भाटी, महासचिव प्रदीप सिंह भाटी, रमेश सिंह चौहान, यशपाल सिंह सिसोदिया, जयसिंह पंवार, दलपत सिंह चैहान, हितेंद्र सिंह राठौड़, लोकराज सिंह चैहान, धर्मेन्द्र सिंह राठौड़, भगवत सिंह कृष्णावत , करण सिंह राठौड़, ज्ञानसिंह राजावत, नरेन्द्र सिंह सौलंकी, रेखा चुण्डावत, रूकमणी देवी, मीना चौहान का अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति के अध्यक्ष डाॅ. प्रदीप कुमावत द्वारा अभिनन्दन कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर कमलेन्द्र सिंह पंवार, शिवसिंह सोलंकी, पुष्कर लौहार सहित कई लोग मौजूद रहे।