लेकसिटी में खुलेगी 15 A.D. बेकरी, (पूर्ण रूप से शाकाहारी) बाद में ओल्ड सिटी और सेलिब्रेशन मॉल में खोलेंगे ब्रांच
1 min read- बेकरी का शुभारंभ सोमवार को लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ करेंगे –
उदयपुर। राजस्थान की प्रसिद्ध सन् 1966 में स्थापित बेकरी 15 A.D. अब झीलों की नगरी उदयपुर में भी शुरू की जा रही है। पहली ब्रांच यूआईटी सर्कल के पास होगी। आगे 2 और ब्रांच भी इस शहर में खोली जाएगी। यह जानकारी शनिवार को आयोजित प्रेसवार्ता में बेकरी के निदेशक साहिल शेख ने दी। उन्होंने बताया कि बेकरी का शुभारंभ सोमवार को पूर्व मेवाड़ राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ के करकमलों द्वारा किया जाएगा।
साहिल शेख ने बताया कि व्यवसाय बढ़ाने के लिए कंपनी ने जोधपुर के बाहर आऊटलेट खोलने पर विचार किया तो सर्वे में उदयपुर से बेहतर कोई शहर नहीं लगा। उदयपुर का राजशाही जीवन, ऐतिहासिक दुर्ग, राजे-रजवाड़े, पीछोला-फतहसागर झील, जगदीश मन्दिर, ट्यूरिस्ट और होटल्स आदि की वजह से उदयपुर विश्व में अपना अलग स्थान रखता है। इन सभी खूबियों की वहज से उदयपुर में आऊटलेट खोलने का निश्चय किया। उन्होंने बताया कि उदयपुर शहर में बेकरी की इस ब्रांच के बाद एक ब्रांच पुरानी सिटी और दूसरी सेलिब्रेशन मॉल में खोलने की योजना है।
साहिल शेख ने बताया कि 15 A.D. नाम रखने की मंशा के पीछे कारण बताया कि जब हमने काम शुरू किया था तब 15 प्रकार के प्रोडक्ट ही शुरू किये थे और A.D. का मतलब ऑलवेज डिलाइट।
शेख ने बताया कि हमारे उत्कृष्ट उत्पाद में अलमण्ड फैन्तासी, पिस्ताचिंयो डिलाइट,रोस्टेड ड्राई फ़्रूट कुकीज, साकर केक, ओपेरा केक, जर्मन चोकलेट, इटालियन ब्लैक फोरेस्ट,तीरामिसु केक और हमारे चीज केक बहुत ही युनिक रेसिपी से बनते हैं जो हमें सबसे अलग बनाते हैं। 15 A.D. बेकरी अपनी यूनिक रेसिपी स्टेट ऑफ आट्र्स प्रोडेक्शन फैसिलिटी, हैण्ड क्राफ्टेड, ट्रेडिशनल प्रोडक्टस इन सबकी वजह से एक अलग ही पहचान बनाती है।
1966 में छोटी सी दुकान से शुरूआत की थी :
साहिल ने बताया कि सन् 1966 में नबी अहमद ने जोधपुर में 300 स्क्वायर फीट की एक छोटी सी दुकान में इस बेकरी की स्थापना की। उच्च क्वालिटी एवं यूनिक रेसिपी से व्यवसाय में सफलता प्राप्त करते हुए 1996 में इस बेकरी की दूसरी ब्रांच हैदर बिल्डंग, तीसरी ब्रांच सरदारपुरा, चौथी ब्रांच पावटा,पांचवीं ब्रांच रातानाड़ा में खोली गई। बेकरी अपनी विशिष्ट पैकेजिंग एवं उत्कृष्ट क्वालिटी की वजह से एक अलग स्थान रखती है। इस व्यवसाय को अब इनकी तीसरी पीढ़ी संभाल रही है।