फर्जी बिलों पर हस्ताक्षर नहीं किए तो कांग्रेस पार्षद के पति ने नरेगा जेईएन के साथ की मारपीट
1 min readरिपोर्ट – अशोक श्रीमाली
सत्ता और विधायक अपना होना एक पार्षद पति को इतने गुरुर में ला दिया कि वह मर्जी चाहे जो पालिका में करने लगा है, बीते लंबे समय से विपक्ष इसका विरोध कर रहा है लेकिन सत्ता का आश्रय मिलने से कोई कार्रवाई नहीं होती , और हालात पैदा हो गए की पार्षद पति पालिका के कर्मचारियों पर ही दबाव की राजनीति करने लगा है । यहां तक कि घर बुलाकर मारपीट करने जैसी स्थिति पैदा हो गई है।
उदयपुर जिले के कानोड़ से यह बड़ी खबर निकल कर आ रही है जहां कांग्रेस की पार्षद सोनिया बागवान के पति अल्ताब बागवान ने नरेगा जेईएन के साथ मारपीट की है । यह मामला 11 लाख के फर्जी बिलों पर हस्ताक्षर करने का बताया जा रहा है । मिली जानकारी के अनुसार बीते 3 दिन से पार्षद पति अल्ताब बागवान जेईएन जयराम मीणा पर दबाव बना रहा था कि वह उसके द्वारा बनाए बिलों पर हस्ताक्षर करें लेकिन मौके पर काम नहीं होने की वजह बताकर जेईएन ने हस्ताक्षर करने से मना कर दिया जिसके बाद पार्षद पति ने केसबुक सहित आवश्यक फाइलें जेईएन से छीन कर अपने साथ ले गया और रात करीब10 बजे जेईएन को अपने घर बुलाया और उस पर दबाव बनाते हुए फर्जी बिलों पर हस्ताक्षर करने की बात कही जिस पर जेईएन ने मना कर दिया तो उसके साथ मारपीट की है ।
इस तरह की रिपोर्ट देते हुए नगरपालिका के नरेगा जेईएन जयराम मीणा ने पुलिस थाने में मामला दर्ज करवा आवश्यक कार्रवाई की मांग की है । पुलिस ने आवश्यक के धाराओं में मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दि है । देर रात को पुलिस ने पीड़ित जेईएन का मेडिकल करवाया।
खबर पाकर रात को अतिरिक्त अधिशासी अधिकारी कैलाश चंद्र मीणा, नगरपालिका उपाध्यक्ष बाबूलाल रेगर सहित नगर वासी भी पुलिस थाने पहुंचे । इस तरह की घटना के बाद शहर में कई चर्चाओं से बाजार गर्म हो गया है कि इससे पूर्व उक्त लोगों द्वारा कितने फर्जी बिलों पर हस्ताक्षर करवा कर भुगतान करवा लिया है, यह जांच का विषय है । इस घटना से आहट नरेगा जयन रात को थाने जाने से भी डरा सहमा दिखा, लेकिन देखना तो क्या होगा कि सत्ता और शासन के दबाव में पुलिस प्रशासन क्या कार्रवाई करता है ।