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जितेंद्र आंचलिया के उदयपुर लौटने की खबर से अपराधियों में मचा हड़कंप !

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पुलिस के दबंग और जांबाज अधिकारी को एक बार फिर नाथद्वारा से उदयपुर पश्चिम वृत उप अधीक्षक के पद पर कार्यभार सौंपा गया है, हम बात कर रहे है एक ऐसे दबंग और निडर पुलिस अधिकारी की जिन्होंने उदयपुर में थानाधिकारी के पद पर रहते हुए न सिर्फ खूंखार अपराधियों को जेल के सींखचों के पीछे पहुंचाया बल्कि इससे पहले उन्हें इस बात का एहसास भी करवाया कि खाकी के साथ आंखमिचौली करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है,,,आंचलिया की दिलेरी और जांबाजी के किस्से आज भी उन अपराधियों की जुबान से सुने जा सकते है जिन्होंने उदयपुर शहर में ह्त्या, लूटपाट और शहर के नामचीन उद्योगपतियों से अवैध वसूली की मानो परम्परा ही चला दी थी,,,फिर वह चाहे शहर का सोने चांदी से जुड़ा व्यापारी हो, मार्बल व्यवसाय से जुड़ा हो या फिर हेंडीक्राफ्ट से,,,,इन उद्योगपतियों को अगर किसी ने उदयपुर शहर में गैंगवार चलाने वाले नामचीन गुंडों और अपराधियों से सबसे पहले मुक्ति दिलाई तो वह थे जितेंद्र आंचलिया, अगर इस शहर की जनता को याद हो तो ठीक वरना हम आपको कुछ सालों पीछे ले जाते और उन दिनों की याद दिलाना चाहेंगे जब शहर के एक खूंखार अपराधी को सबसे पहले उसके घर से पकड़ने की हिम्मत भी जितेंद्र आंचलिया ने ही दिखाते हुए उसे घर से ही दबोचने में कामयाबी हांसिल की थी, इस अपराधी ने शहर के कई पुलिसकर्मियों और बड़े अधिकारियों की नाक में दम कर रखा था, इस नामचीन अपराधी की आंचलिया द्वारा की गई गिरफ्तारी के बाद मानो शहर से इस अपराधी का दबदबा खत्म सा होने लगा था और शहर के बड़े व्यवसायों से जुड़े लोगों ने राहत की सांस ली थी, जब इन लोगों को एक बार पुनः यह पता चला कि उनके चहेते और पुलिस विभाग के निडर, निर्भीक और दबंग अधिकारी आंचलिया फिर से शहर में डी वाई एस पी पश्चिम के पद पर तैनात हो रहे है तो उनकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नही रहा,,,यहां हम आपको यह भी बतादें कि आंचलिया नाथद्वारा पुलिस उप अधीक्षक के पद से स्थान्तरित होकर उदयपुर लौट रहे है, उनका स्थानान्तरण होने पर जिस तरह नाथद्वारा की आम जनता के साथ ही वहां के जनप्रतिनिधियों ने उनको यादगार विदाई दी इससे एक बात तो साफ़ हो जाती है कि आंचलिया की कार्यशैली में आज भी वही धार और चमक है जिसके बूते वे जहां भी तैनात रहते है वहां के स्थानीय लोगों के साथ ही हर वर्ग से जुड़े व्यक्ति को अपना मुरीद बना लेते है, और यही होता है जब जितेंद्र आँचलिया जैसे दबंग अधिकारी अपने कार्य के प्रति ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करते है

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