वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती पर गुरूवार को पूरे मेेवाड़ में जोश खरोश देखा गया। मोती मगरी से शुरू हुई शोभायात्रा शहर के अंदरूनी इलाकों से होती हुई नगर निगम प्रांगण पंहुची और एक धर्मसभा में परिवर्तित हो गई। शोभायात्रा में घोड़े और ऊंट की सवारी के साथ विभिन्न प्रकार की झांकिया अपनी शौर्यता का बखान कर रही थी। वहीं क्षत्राणियों और मेवाड़ के पहलवानों का अखाड़ा प्रदर्शन भी सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रहा।